नीतीश कुमार का जनता दल यूनाइटेड बिहार का सबसे अमीर क्षेत्रीय राजनीतिक दल है. यह खुलासा एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक राइट्स के ताजा रिपोर्ट में किया गया है. इस रिपोर्ट के मुताबिक बिहार के तीन प्रमुख राजनीतिक दल, जनता दल यूनाइटेड, राष्ट्रीय जनता दल और लोक जनशक्ति पार्टी में जनता दल यूनाइटेड की कुल आय पिछले 11 सालों में सबसे ज्यादा रही है.
हाल ही में जारी इस रिपोर्ट के मुताबिक, 2004-05 से लेकर 2014-15 के बीच जनता दल यूनाइटेड की कुल आय तकरीबन 54 करोड़ रुपए है. इसी दौरान राष्ट्रीय जनता दल की कुल आय तकरीबन 23 करोड़ रुपए है. इन्हीं 11 सालों में लोक जनशक्ति पार्टी की कुल आय महज 7 करोड़ रुपए है.
तीनों क्षेत्रीय दलों की आय ज्ञात और अज्ञात स्रोतों को जोड़कर निकाली गई है. तीनों क्षेत्रीय दोनों ने जो इनकम टैक्स रिटर्न भरा है और चुनाव आयोग के सामने अपनी आय का जो ब्यौरा दिया है उसके आधार पर इस रिपोर्ट को तैयार किया गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक जनता दल यूनाइटेड को अज्ञात स्रोतों से तकरीबन 39 करोड़ रुपए मिले हुए हैं जो कि उनके कुल आय का 72 प्रतिशत है. ज्ञात स्रोतों से पार्टी की कुल आय महज 14 करोड़ रुपए हैं. दिलचस्प है कि सबसे अमीर क्षेत्रीय राजनीतिक दल होने के बावजूद जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने हाल ही में बयान दिया था कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश चुनाव नहीं लड़ेगी क्योंकि उनके पास संसाधनों की कमी है.