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शरद यादव बोले- 'बेटी की इज्जत से बढ़कर है वोट की कीमत'

शरद यादव ने कहा, 'बैलट पेपर के बारे में समझाने की जरूरत है लोगों को. बेटी की इज्जत से वोट की इज्जत बड़ी है. बेटी की इज्जत जाएगी तो गांव और मोहल्ले की इज्जत जाएगी, अगर वोट बिक गया तो देश की इज्जत जाएगी.'

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जनता दल यूनाइटेड के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव
जनता दल यूनाइटेड के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव

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जनता दल यूनाइटेड के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने एक विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि वोट की कीमत बेटी की इज्जत से बढ़कर है. शरद यादव चुनावी राजनीति के गिरते स्तर और पैसे-वोट के गठजोड़ पर चिंता जता रहे थे. इसी दौरान उन्होंने यह विवादित बयान दिया. शरद ने कहा कि पैसे की बदौलत आज कल वोट को खरीदा और बेचा जाता है.

शरद यादव ने कहा, 'बैलट पेपर के बारे में समझाने की जरूरत है लोगों को. बेटी की इज्जत से वोट की इज्जत बड़ी है. बेटी की इज्जत जाएगी तो गांव और मोहल्ले की इज्जत जाएगी, अगर वोट बिक गया तो देश की इज्जत जाएगी.'

यूपी चुनाव लड़ने पर जताई असमर्थता
शरद यादव ने इस बात को लेकर भी काफी चिंता जताई कि पैसे के आभाव की वजह से उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश का चुनाव लड़ने में असमर्थ नजर आ रही है. चुनावी राजनीति में पैसे का किस तरीके से बोलबाला है, इसको लेकर शरद ने कहा कि दक्षिण भारत में सांसद या विधायक बनने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं.

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सांसद बनने के लिए खर्च करने पड़ते हैं करोड़ों रुपये
जदयू नेता ने कहा, 'मैंने लंबे अंतराल तक पार्टी को चलाया है, लेकिन ऐसे हालात पहले कभी सामने नहीं आए, जहां संसाधन की कमी की वजह से चुनाव लड़ने में दिक्कत आ रही है. वोटों की खरीद-फरोख्त चल रही है. खासकर दक्षिण भारत में जहां सांसद बनने के लिए 25 से 30 करोड़ रुपये खर्च किए जाते हैं. वहीं विधायक बनने की कीमत 5 से 10 करोड़ रुपये है.' शरद यह सब बातें जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर पटना में पार्टी के एक कार्यक्रम में कह रहे थे.



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