बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने गुरुवार को ट्वीट कर केंद्र सरकार की तारीफ की. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के पांच साल पुराने आदेश का पालन करते हुए केंद्र सरकार ने हज यात्रा पर सब्सिडी खत्म की और 700 करोड़ रुपये की बड़ी राशि मु्स्लिम लड़कियों की शिक्षा पर खर्च करने का साहसिक फैसला किया है.
उन्होंने कहा कि करोड़ों महिलाओं को आगे बढ़ने का मौका देने वाले इस कदम का मुसलमानों ने भी स्वागत किया, लेकिन अल्पसंख्यकों को वोट बैंक समझने वाले लोग विरोध करने लगे हैं. सुशील कुमार ने कहा कि राहुल गांधी और लालू प्रसाद बताएं कि क्या औरतों की तालीम ज्यादा जरूरी नहीं है?
उन्होंने कहा कि 84 साल पहले अंग्रेजों ने फूट डालकर राज करने की कुटिल नीति के तहत मुसलमानों को हज यात्रा पर सब्सिडी देने की जो शुरुआत की थी, उसे कांग्रेस ने आजादी के बाद भी जारी रखा. इसे मुसलमानों को लालच देने जैसा बताकर जब सर्वोच्च न्यायालय ने हज सब्सिडी खत्म करने का आदेश दिया तब तत्कालीन यूपीए सरकार ने आदेश को ठंडे बस्ते में डालकर कट्टरपंथियों का साथ दिया था. उन्होंने कहा कि शाहबानो का गुजारा भत्ता छीनने वाली कांग्रेस आज भी औरतों की तरक्की में बाधक है.
हज सब्सिडी खत्म करने के फैसले पर भड़के लालू
गौरतलब है कि केंद्र सरकार के हज यात्रियों को मिल रहे छह दशकों से पुरानी सब्सिडी खत्म करने के फैसले को गंभीर बताते हुए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कड़ी आलोचना की है. उन्होंने कहा कि सब्सिडी बंद करने का फैसला एक तरफा है और ऐसा कर मोदी न केवल मनमानी कर रहे हैं, बल्कि लोगों को भगवान के घर जाने पर भी रोक लगा रहे हैं. मोदी सरकार को इसका खामियाजा भुगतना होगा.