बक्सर में पिछले हफ्ते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफिले पर हुए जानलेवा हमले को लेकर पटना में राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है. नीतीश के काफिले पर हुए हमले को आरजेडी के कई नेताओं ने जनता का गुस्सा बताया है. पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी नीतीश पर दलितों के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए उनपर हुए हमले पर केवल चिंता जताई लेकिन निंदा नहीं की.
इस मुद्दे पर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सोमवार को ट्विटर के जरिए आरजेडी समेत कांग्रेस पार्टी को भी जमकर लताड़ा. ट्विटर पर सुशील मोदी ने लिखा कि नीतीश कुमार के काफिले पर हमला पूरी तरीके से सुनियोजित था.
सुशील मोदी ने ट्विटर पर लिखा कि देश के संविधान से छेड़छाड़ करके 19 महीनों तक आपातकाल थोपने वाली कांग्रेस पार्टी के साथ हाथ मिलाने वाले आरजेडी के नेता बक्सर के नंदन गांव में हुए सुनियोजित हमले को जायज ठहराने के लिए एक लोकतांत्रिक सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को तानाशाह बता रहे हैं.
देश के संविधान से छेड़छाड़ कर 19 महीनों का आपातकाल थोपने वाली कांग्रेस से हाथ मिलाने वाले राजद के नेता बक्सर के नंदन गांव में हुए सुनियोजित हमले को जायज ठहराने के लिए एक लोकतांत्रिक सरकार के मुख्यमंत्री को तानाशाह बता रहे हैं। वे मामले की उच्चस्तरीय जांच में सहयोग देने के... pic.twitter.com/jbJM28bICV
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) January 15, 2018
मोदी ने आरोप लगाया कि आरजेडी और कांग्रेस के नेता इस मामले की उच्चस्तरीय जांच में सहयोग देने के बजाय उपद्रवी तत्वों को राजनीतिक संरक्षण देने में लगे हुए हैं. आरजेडी और कांग्रेस पर हमला बोलते हुए मोदी ने कहा कि हिंसा और उत्पात का समर्थन करना सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने की साजिश का हिस्सा है.
सुशील मोदी ने 14 जनवरी को मकर संक्रांति के मौके पर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह द्वारा दिए गए भोज में कांग्रेस के एमएलसी और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी के शामिल होने को लेकर कहा कि महादलित समाज से आने वाले अशोक चौधरी की जिस तरीके से कांग्रेस में अनदेखी हो रही है इससे कांग्रेस का एक बड़ा धड़ा पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से नाराज है. अब विधायक दल की बैठकों से भी दूरी बनाने लगा है.
मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी ने चारा घोटाले से लेकर बेनामी संपत्ति बनाने तक लालू परिवार के भ्रष्टाचार का हर वक्त अंध समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के पार्टी अध्यक्ष बनने से पार्टी की मानसिकता में बदलाव की उम्मीद करना बेमानी है.