बिहार के भोजपुर के बिहिया में घटी घटना को लेकर लगातार विपक्ष के हमले झेल रही सत्ताधारी जनता दल (यू) ने आरजेडी पर पलटवार किया है. जेडीयू की तरफ से इस मामले में गिरफ्तार किशोरी यादव की तस्वीर जारी की गई है, जिसमें वह खुद को आरजेडी का नेता बता रहा है.
बता दें बिहिया में एक किशोर की हत्या के बाद उग्र भीड़ ने एक महिला को निर्वस्त्र करके सड़कों पर दौड़ाया. जिसे लेकर बिहार की काफी बदनामी हुई और नीतीश कुमार के सुशासन की धज्जियां उड़ गई.
जेडीयू ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि यह मामला शर्मसार करने वाला है, लेकिन इस घटना के पीछे आरजेडी नेता का हाथ है. यही नहीं जेडीयू ने पिछले चार-पांच महीनों में हुई तमाम घटनाओं के लिए आरजेडी को जिम्मेदार ठहराया. पार्टी के प्रवक्ता संजय सिंह और अजय आलोक ने आरजेडी के नेताओं के द्वारा अंजाम दिए गए हर एक आपराधिक घटनाओं के बारे में बताया और कहा कि नीतीश कुमार की सरकार को बदनाम करने के लिए आरजेडी साजिश रच रही है.
अजय आलोक ने प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव से इस्तीफे की मांग की है. उन्होंने कहा कि आरजेडी का नाम राष्ट्रीय जनचित्कार पार्टी कर देना चाहिए.
जेडीयू के प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि इस मामले में 17 लोगों की गिरफ्तारी हुई और पूरी घटना को अगर देखा जाए तो यह राष्ट्रीय जनता दल द्वारा प्रायोजित है. जिन 17 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, उसमें से एक किशोरी यादव आरजेडी के नेता हैं. प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि वह (किशोरी यादव) हमारे वोटर हैं, पार्टी के नेता नहीं.
संजय सिंह ने तेजस्वी यादव से सवाल किया कि बिहार को शर्मसार करने की कोशिश क्यों की जा रही है. नीतीश के चेहरे को किस तरह बदनाम किया जाए, आरजेडी का एकमात्र एजेंडा है. उन्होंने कहा कि प्रतिपक्ष के नेता बताएं कि वो बिहिया कब जा रहे हैं और वहां कैंडल मार्च कब निकालेंगे?