बीजेपी, जेडीयू में दरार के बाद बिहार में सियासी घमासान मचा है. लेकिन इसी बीच नीतीश कुमार की एक सभा में ऐसा मंजर सामने आया जिससे उनकी ही फजीहत हो रही है. उन्हीं की सभा में उनकी ही पार्टी के ही कार्यकर्ता आपस में हंगामा करने लगे.
बीजेपी और जेडीयू में दरार के बाद बिहार में सियासी घमासान मचा है. लेकिन इसी बीच नीतीश कुमार की एक सभा में ऐसा मंजर सामने आया जिससे उनकी ही फजीहत हो रही है. उन्हीं की सभा में उनकी ही पार्टी के ही कार्यकर्ता आपस में हंगामा करने लगे.
सभा में मंच पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बैठे थे और सामने मौजूद जनता जनार्दन आउट ऑफ कंट्रोल हुई जा रही थी. इन दिनों घमासान जनता जल यूनाइटेड और भारतीय जनता पार्टी के बीच चल रहा है लेकिन यहां जेडीयू के समर्थक ही आपस में भिड़ गए और कुर्सियां ही इनकी हथियार बन गईं.
घटना बिहार के कटिहार जिले के मनिहारी की है जहां बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सेवा यात्रा की सभा को संबोधित करने पहुंचे थे. भाषण देने से पहले ही मनिहारी के पूर्व विधायक विश्वनाथ सिंह और मौजूदा विधायक मनोहर प्रसाद के समर्थकों में वर्चस्व की जंग छिड़ गई. दरअसल पूर्व विधायक के समर्थकों को वर्तमान विधायक का मंच पर नीतीश के साथ बैठना नागवार गुजर रहा था. शोरगुल के साथ-साथ वो कुर्सियों को पब्लिक पर फेंकने लगे. पुलिस हाथ जोड़कर प्रदर्शनकारियों को शांत रहने की गुहार लगा रही थी. मंजर हंगामेदार था और सबकुछ हो रहा था नीतीश की आंखों के ठीक सामने. तभी जब उनका भाषण देने का वक्त आया तो उन्होंने जनता को काबू में रहने की तुरंत नसीहत दी.
नीतीश कुमार वैसे ही राज्य में 10 साल से भी पुराने सहयोगी दल बीजेपी से बिगड़ते रिश्तों के दौर से गुजर रहे हैं. शायद इसी का तनाव उनके भाषण में भी झलकने लगा. यात्रा का एक मुद्दा बिजली आपूर्ति को दुरुस्त करना भी था. नीतीश ने आश्वासन भी दिया लेकिन थोड़ा तल्ख अंदाज में. नीतीश कुमार के तीखे तेवर शायद ही कभी देखने को मिलते हैं लेकिन मुमकिन है कि मौजूदा हालात की राजनीतिक हलचल उनके अंदाज में बदलाव की वजह बन रही हो.