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धनबाद: रिजल्ट से नाराज 12वीं की छात्राओं का हंगामा, लगाया जाम

बारहवीं के परिणाम से असंतुष्ट छात्राओं का आज तीसरे दिन भी विरोध प्रदर्शन जारी रहा. बुधवार को छात्राओं का आंदोलन पहले से ज्यादा उग्र था. असंतुष्ट छत्राओं ने जैक के खिलाफ रणधीर वर्मा चौक को पूरी तरह से जाम कर जमकर नारेबाजी की.

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छात्राओं ने काटा बवाल, लगाया जाम
छात्राओं ने काटा बवाल, लगाया जाम
स्टोरी हाइलाइट्स
  • छात्राओं ने काटा बवाल, लगाया जाम
  • 10वीं और 12वीं के रिजल्ट से नाखुश

झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) की तरफ से 10वीं और 12वीं का रिजल्ट जारी कर दिया गया है. इस बार क्योंकि कोरोना की वजह से परीक्षाएं नहीं हुईं, ऐसे में 9वीं और 11वीं को आधार बनाकर रिजल्ट जारी किया गया है. लेकिन अब इस परिणाम से कई छात्र नाखुश हैं. उनकी तरफ से जैक पर गड़बड़ी करने का आरोप लगा दिया गया है. उनकी तरफ से लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है.

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छात्राओं ने काटा बवाल, लगाया जाम

बारहवीं के परिणाम से असंतुष्ट छात्राओं का आज तीसरे दिन भी विरोध प्रदर्शन जारी रहा. बुधवार को छात्राओं का आंदोलन पहले से ज्यादा उग्र था. असंतुष्ट छत्राओं ने जैक के खिलाफ रणधीर वर्मा चौक को पूरी तरह से जाम कर जमकर नारेबाजी की. इस प्रदर्शन की वजह से लंबा जाम लग गया और कई घंटों तक लोगों को मुश्किल का सामना करना पड़ा.

असंतुष्ट छात्राओं ने कहा कि मैट्रिक-इंटर के स्कूल-कॉलेजों व जैक की गलती के कारण छात्र-छात्राओं को फेल कर दिया गया. जैक जल्द से जल्द अपनी गलती को सुधारते हुए संशोधित रिजल्ट जारी करे. यदि छात्र-छात्राओं का भविष्य पर संकट आया तो आंदोलन और तेज किया जाएगा. बता दें कि छात्राओं का आरोप है कि उन्हें थ्योरी और प्रैक्टिकल में कम नंबर दिए गए हैं. वहीं कई को फेल भी किया गया है. छात्राओं की मानें तो महाविद्यालय और जैक की गलती की वजह से ऐसा रिजल्ट जारी किया गया है.

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30 जुलाई से विवाद जारी

अभी के लिए उपायुक्त धनबाद ने आश्वासन दिया है कि छात्राओं की मांगों पर विचार किया जाएगा. उपायुक्त के समझाने के बाद रास्ता खाली किया गया और सड़क फिर जाम मुक्त की गई. लेकिन नाराज छात्राओं ने सिर्फ जाम को खोला है, उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहने वाला है. जब तक संशोधित रिजल्ट जारी नहीं किया जाता, वे ऐसे ही विरोध करती रहेंगी. जानकारी के लिए बता दें कि 30 जुलाई को झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) की तरफ से 10वीं और 12वीं के परिणाम घोषित किए गए थे. लेकिन उस रिजल्ट के बाद से ही ये विवाद शुरू हुआ और अभी भी कायम है.

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