बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आरक्षण पर नया बयान देकर राजनीति गलियारों में नई बहस छेड़ दी है. मांझी ने कहा कि अगर सही शिक्षा दी जाए, तो दलितों को आरक्षण की जरूरत नहीं है. इसके साथ ही मांझी ने यह भी कहा कि अगर बिहार में दलित सचेत रहें, तो अगला मुख्यमंत्री भी दलित समाज से ही होगा.
मांझी ने कहा, 'मैंने 1982 में ही कहा था कि दलितों को शिक्षा और रोजगार देने की जरुरत है, उन्हें आरक्षण की जरुरत नहीं है. अगर उन्हें शिक्षा मिले, तो दलितों के बच्चे किसी से पीछे नहीं रहेंगे.'
दूसरी ओर बीजेपी के रामकृपाल यादव ने मांझी का पक्ष लेते हुए नीतीश कुमार पर निशाना साधा. यादव ने कहा, 'नीतीश कुमार ने मांझी को जलील करने के लिए अपने नेताओं को पूरी छूट दे रखी है. उनकी ही पार्टी के नेता अपने मुख्यमंत्री का अपमान कर रहे हैं.'