सवर्ण जातियों पर दिए बयान पर विवाद के बाद बिहार के मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने फिर कुछ ऐसा कहा है जिस पर बवाल होना तय है. उन्होंने कहा कि सवर्ण भी उनके अपने हैं. लेकिन दलित और आदिवासी उनके सगे भाई हैं. सगे भाई का विशेष स्थान तो होता है. अगर उनके ऐसा कहने पर किसी के पेट में दर्द होता है तो वो अपनी अतड़ी निकलवा लें. ये खबर हिंदी अखबार दैनिक भास्कर ने दी है. शॉर्ट टर्म सीएम मांझी के लॉन्ग टर्म बोल
दरअसल, मांझी ने यह बयान विकासमित्रों के उन्मुखीकरण की कार्यशाला में दी. मांझी ने यह भी कहा कि उनके घर में भगवान की कोई तस्वीर नहीं है. फोटो है तो सिर्फ नीतीश कुमार की.
मांझी ने कहा, 'मैं अपने घर में भगवान की फोटो नहीं रखता और ना ही पूजा करता हूं क्योंकि भगवान की पूजा करने वाले लौग और हैं. मेरे कमरे में एक ही फोटो है और वह है नीतीश कुमार की. मेरे कहने पर ही नीतीश ने पंचायतों में एकल पदों पर आरक्षण दे दिया. नतीजा देखिए कि आज राज्य में अनुसूचित जाति के 1400 मुखिया हैं.'