बिहार के मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने बीजेपी में शामिल होने की अटकलों को खारिज करते हुए इसे दो सौ प्रतिशत गलत बताया है. मांझी के इस बयान के बाद कि यदि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दे दिया जाता है, तो वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थक हो जाएंगे, इस संबंध में अटकलें लगने लगी थीं कि वे बीजेपी में जा सकते हैं.
एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर सोमवार को आयोजित ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम के बाद मांझी ने इन अटकलों को खारिज कर दिया. उन्होंने इसे दो सौ प्रतिशत गलत बताया. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को मांझी ने जदयू में शामिल होने का न्योता दिया, जो दावा कर रहे हैं कि मांझी उनकी पार्टी में शामिल हो सकते हैं.
उन्होंने कहा, 'उन्हें बिहार विधानसभा में बहुमत हासिल है, ऐसे में वे जदयू में शामिल क्यों नहीं हो जाते. मांझी ने कहा कि राजग सरकार के कार्यकाल के दौरान उन सबने सात साल से अधिक वक्त तक साथ में काम किया है. मांझी ने आरोप लगाया कि बीजेपी एक सांप्रदायिक पार्टी है और वे धर्मनिरपेक्ष राजनीति की बात कर रहे हैं.
गौरतलब है कि बीते 15 नवंबर को पटना जिले के बाढ में एनटीपीसी के सुपर विद्युत स्टेशन की 660 मेगावाट की पहली इकाई से वाणिज्यिक परिचालन और मुजफ्फरपुर के कांटी बिजली उत्पादन निगम लिमिटेड की इकाई से वाणिज्यिक उत्पादन के शुभारंभ के अवसर मांझी ने कहा था कि मोदी अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने सहित अन्य लंबित मांगों को पूरा कर देते हैं, तो वह उनके समर्थक हो जाएंगे.
- इनपुट भाषा से