बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मगध मेडिकल हॉस्पिटल में पहुंचकर अपनी भांजी केसरी मांझी और उनके परिजनों से मुलाकात की. दरअसल, हाल ही में केसरी मांझी और उनके परिजनों पर हमला हुआ था. इस दौरान जीतन राम मांझी ने कहा, भांजी और उसका परिवार कमजोर है. अगर यह हमला हमारे घर पर होता, तो हम गोली मार देते. इतना ही नहीं मांझी ने हमले के बाद पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए.
जीतन राम मांझी ने कहा, इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका सराहनीय नहीं है. अभी तक सिर्फ एक को गिरफ्तार किया गया है. जबकि केस 20 लोगों पर दर्ज है. उन्होंने कहा, यह बहुत बड़ी बात है यहां पुलिस की कमजोरी नजर आती है.
दरअसल, बाराचट्टी के मोहकमपुर में रविवार को पंचायत सदस्य केसरी देवी और उनके परिवार पर हमला हुआ था. परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट की गई थी. हमले के पीछे की वजह चुनावी रंजिश बताई जा रही है. इस मामले में केसरी देवी की शिकायत पर 20 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
क्या कहा जीतन राम मांझी ने?
मांझी ने कहा, मेरी भांजी पंचायत समिति का चुनाव जीती है. उसके गांव में सबसे अधिक कोयरी जाति के लोग हैं. लेकिन बड़ी संख्या में लोग हमारी भांजी के पक्ष में हैं. लेकिन कुछ दबंगों को यह बात हजम नहीं होती है. वे खुन्नस खाए बैठे हैं. चुनावी रंजिश में घटना को अंजाम दिया गया है. इससे पहले भी वे लोग हमारे परिवार को डराने-मारने और जमीन कब्जाने की धमकी देते हैं.