बिहार के सीएम जीतनराम मांझी ने रविवार को एक कार्यक्रम में खुले तौर पर आशंका जताई थी कि वो महज कुछ दिनों के लिए ही मुख्यमंत्री हैं. यही नहीं, मांझी ने यहां तक कहा था कि नवंबर के पहले उनके हाथ से मुख्यमंत्री पद जा सकता है. लेकिन सोमवार को वह अपने बयान से पलट गए. मांझी ने अब कहा है कि उन्होंने इस साल नवंबर नहीं बल्कि अगले साल नवंबर तक की बात की थी. हालांकि इन सब के बीच नीतीश कुमार ने कहा है कि वह नवंबर के आखिर में अपने पत्ते खोलेंगे.
अपने बयानों के कारण विवाद और विवादों के बीच बयानबाजी के मामले में नाम कमा चुके जीतन राम मांझी अब विधायकों के बीच अपनी पैठ बढ़ाने में जुटे हैं. दरभंगा कमिश्नरी में महागठबंधन के विधायकों के साथ मांझी ने सोमवार को करीब 4 घंटे तक बैठक की. मांझी ने विधायकों के सामने अधिकारियों को झाड़ लगाई और दरभंगा कमिश्नर के खिलाफ मिली शिकायत के बाद जांच कर एक हफ्ते मे रिपोर्ट दाखिल करने को कहा.
इस दौरान मांझी ने अपने पुराने बयान से पलटते हुए कहा, 'हमारे पास समय कम है. एक साल से कम का वक्त बचा है. अखिरी 3 महीने चुनाव में निकल जाएंगे. ऐसे में हमने विधायकों की समस्याएं जानी और अधिकारियों को जिम्मेदारी दी कि वो शिलान्यास नहीं योजनाओं के उद्घाटन के लिए काम करें.'
दूसरी ओर, मीटिंग में शामिल विधायक और एमएलसी मुख्यमंत्री की इस मीटिंग से गदगद दिखे. क्योंकि बैठक में सीएम ने अधिकारियों को हिदायत दी कि वो विधायकों का सम्मान करें और प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करें.