बिहार में आरजेडी और कांग्रेस का गठबंधन टूटने के बाद पिछले दिनों कांग्रेस में शामिल हुए कन्हैया कुमार ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर करारा हमला बोला है. कांग्रेस में शामिल होने के बाद पहली बार कन्हैया कुमार अपने साथी जिग्नेश मेवानी और हार्दिक पटेल के साथ शुक्रवार को पटना आए थे और प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में अपने स्वागत समारोह के दौरान उन्होंने बिना तेजस्वी का नाम लिए कहा कि कुछ लोग पढ़े लिखे होते हैं मगर लठैत की भाषा बोलते हैं.
कन्हैया कुमार ने कहा, ''जो बीजेपी से लड़ना चाहते हैं, वह कांग्रेस के साथ होंगे और जो ऐसा नहीं चाहते हैं वह केवल गुणा गणित करेंगे. दुख की बात है कि एक पढ़ा लिखा इंसान लठैत की भाषा बोलता है. हमारे प्रभारी के बारे में भी बोलता है.''
दरअसल, बिहार में होने वाले 2 सीटों पर उपचुनाव को लेकर कांग्रेस और आरजेडी में टकराव की स्थिति पैदा हो गई जब दोनों पार्टियों ने एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार उतार दिया. इसी को लेकर बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास ने आरजेडी के ऊपर आरोप लगाया कि आरजेडी ने गठबंधन धर्म नहीं निभाया. भक्त चरण दास ने इस बात की भी संभावना जताई कि आरजेडी ने कांग्रेस को इसलिए दरकिनार किया क्योंकि उपचुनाव के बाद वह बीजेपी के साथ गठबंधन कर सकती है.
भक्त चरण दास के इसी बयान को लेकर आरजेडी के तमाम बड़े नेताओं ने उन पर हमला बोला और उन्हें एक नासमझ राजनेता बताया जिसे बिहार की राजनीति और समाज के बारे में कोई जानकारी नहीं है. कन्हैया ने भी इस बात की संभावना जताई कि उपचुनाव के बाद आरजेडी बीजेपी के साथ गठबंधन कर सकती है.
उन्होंने कहा, ''किसी के लिए कुर्सी बड़ा खेल है. कुछ लोगों ने वोट को गुणा गणित में फंसा दिया है. कांग्रेस कभी भाजपा के साथ नहीं जाएगी चाहे कुछ हो जाए. कांग्रेस के अलावा ऐसी कौन सी पार्टी है जिसने भाजपा के साथ गले नहीं मिलाया है?'' इसी दौरान जिग्नेश मेवानी ने भी कहा कि 2022 में गुजरात में कांग्रेस की सरकार बनेगी और 2025 में कांग्रेस बिहार में सरकार बनाएगी. हार्दिक पटेल ने भी कहा कि 2024 में केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनेगी.
कन्हैया कुमार ने आगे कहा कि जब तक बिहार में बीजेपी को पानी नहीं पिलाया जाएगा, लड़ाई मुकम्मल नहीं होगी. राहुल गांधी इकलौते ऐसे नेता है जो हमारे जैसे सामान्य पृष्ठभूमि वाले नेताओं को अपनाते हैं और पार्टी में शामिल करते हैं.