राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव 950 करोड़ रुपए के चारा घोटाले से जुड़े एक केस में शुक्रवार को रांची में सीबीआई की विशेष अदालत में पेश हुए. वहीं, लालू के बड़े बेटे और बिहार के वन-पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव तीन दिन की तीर्थ यात्रा पर वृंदावन पहुंचे. भगवान कृष्ण के अनन्य भक्त तेज प्रताप ने ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में पूजा अर्चना की. तेज प्रताप ने पूजा के बाद मीडिया से बात भी की.
जब तेज प्रताप से पूछा गया कि क्या वो पंडितों की सलाह पर किसी विशेष पूजा के लिए वृंदावन आए हैं तो इस पर उनका जवाब था कि वो वृंदावन आते रहते हैं, पिछले साल भी यहां आए थे. ये पूछे जाने पर कि उन्होंने भगवान से क्या मांगा तो तेज प्रताप ने कहा कि ये एक भक्त और भगवान के बीच की बात है, इसे सार्वजनिक नहीं किया जा सकता.
तेज प्रताप को जब ऐसी मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला दिया गया कि कहा गया है कि वे राजनीतिक करियर में प्रगति की कामना के लिए पंडितों की सलाह पर तीन दिन का निर्जल व्रत करने के लिए वृंदावन आए हैं तो उन्होंने कहा, 'भगवान के घर आने वाले सब बराबर होते हैं. यहां सभी भक्त होते हैं, ऊंचे वगैरह का कोई भेद नहीं होता.'
तेज प्रताप के साथ उनके करीब 10 साथी भी वृंदावन आए हैं. ये सभी तेज प्रताप के दोस्त या उनके बनाए संगठन धर्मनिरपेक्ष सेवक संघ (डीएसएस) के सदस्य हैं. ये लोग पटना से दो एसी बसों में आए हैं. सूत्रों के मुताबिक तेज प्रताप का 10 जून को पटना वापसी का कार्यक्रम है. 11 जून को ही लालू प्रसाद यादव का 69वां जन्मदिन है.
तेज प्रताप ने वृंदावन में पूजा की कुछ तस्वीरें ट्विटर पर अपलोड की है. तेज प्रताप ने साथ ही लिखा- 'वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर में पूजा की, बोलो बांके बिहारी की जय.' इसी साल जनवरी में कुछ ऐसी तस्वीरें वायरल हुई थीं जिसमें तेज प्रताप बांसुरी बजाते दिख रहे थे और उनके आसपास कई गायें थीं.
देश में विपक्षी महागठबंधन की संभावना के बारे में पूछे जाने पर तेज प्रताप ने कहा कि 27 अगस्त को पटना में ऐतिहासिक महारैली होगी जिसमें ममता बनर्जी, मायावती, सोनिया गांधी, मुलायम सिंह, अखिलेश यादव समेत तमाम विपक्षी दलों के नेता हिस्सा लेंगे. तेज प्रताप के मुताबिक इस रैली में 'बीजेपी भगाओ, देश बचाओ' का नारा दिया जाएगा.
तेज प्रताप ने बिहार में आरजेडी और जेडीयू के गठबंधन को भी अटूट बताया. तेज प्रताप ने मोदी सरकार पर किसानों से छल करने का आरोप लगाया.
बता दें कि तेज प्रताप ने हाल में पटना में '3, देशरत्न मार्ग' स्थित अपने आवास पर 'दुश्मन मारन जाप' कराया था. समझा जाता है कि ये पूजा बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी की ओर से लालू और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ भ्रष्टाचार के सनसनीखेज आरोपों की झड़ी लगा दिए जाने के बाद कराई गई. सुशील कुमार मोदी को जब ऐसी पूजा कराए जाने की जानकारी मिली थी तो उन्होंने खुद मीडिया के सामने इसका उल्लेख किया था. मोदी ने कहा था कि इस तरह की पूजा मुझे चुप कराने के लिए कराई जा रही है लेकिन मुझे ऐसी चीजों से फर्क नहीं पड़ता.
लालू परिवार से जुड़े सूत्रों ने बताया कि तेज प्रताप की वृंदावन यात्रा का मकसद राजनीतिक करियर में उनके गिरते ग्राफ को उठाना है. खास तौर पर जब सुशील कुमार मोदी ने उन पर करोड़ों की बेनामी संपत्ति रखने और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के आरोप लगाए हैं.