चारा घोटाला मामले में रांची की जेल में 27 साल की सजा भुगत रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को हाइकोर्ट से अब तक जमानत नहीं मिली है. शुक्रवार को उनकी याचिका पर सुनवाई होनी थी, लेकिन वकीलों की हड़ताल के कारण मुकदमे की सुनवाई नहीं हो सकी.
जस्टिस अपरेश कुमार सिंह की अदालत ने 11 मई को अगली तिथि तय की है, जिसके चलते यह साफ नहीं हो सका कि लालू अपने बेटे की शादी में शामिल हो पाएंगे या नहीं. बता दें कि राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव की 12 मई को शादी है.
पुलिस ज्यादती से नाराज वकील हड़ताल पर
रांची हाईकोर्ट के वकीलों ने शुक्रवार को न्यायिक कार्य नहीं किए. दरअसल बीते दिनों गढ़वा जिले के एक वकील की पुलिस ने बेरहमी से पिटाई की थी, इसी के विरोध में वकीलों की हड़ताल है. हाईकोर्ट में वकीलों की स्ट्राइक सोमवार तक जारी रहेगी, ये फैसला जनरल बॉडी मीटिंग में लिया गया है. यानी सोमवार को भी तमाम वकील न्यायिक कार्यों में हिस्सा नहीं लेंगे.
रिम्स से जल्द डिस्चार्ज हो सकते हैं लालू
उधर, लालू प्रसाद यादव को रांची के राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस से जल्द ही डिस्चार्ज किया जा सकता है. डॉक्टरों के मुताबिक लालू प्रसाद यादव की सेहत में लगातार सुधार हो रहा है. उनका ब्लड प्रेशर और क्रिएटिनिन अब नॉर्मल हैं और पैरों की सूजन में भी कमी आई है. लालू प्रसाद को डिस्चार्ज करने पर अंतिम फैसला जल्द ही उनका इलाज कर रही मेडिकल टीम ले सकती है.