आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को देवघर चारा घोटाले माममें दोषी करार दिया गया है. लालू को सीबीआई अदालत ने रांची की जेल ले जाया गया है. सजा सुनाए जाने के बाद कोर्ट से बाहर आए लालू ने प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया, लेकिन ट्वीट करने बीजेपी पर निशाना जरूर साधा है.
लालू ने ट्वीट करते हुए लिखा कि बीजेपी अपनी विफल नीतियों से ध्यान भटकाने के लिए बदले और बैर की भावना से विपक्षियों की छवि बिगाड़ रही है.
धूर्त भाजपा अपनी जुमलेबाज़ी व कारगुज़ारियों को छुपाने और वोट प्राप्त करने के लिए विपक्षियों का पब्लिक पर्सेप्शन बिगाड़ने के लिए राजनीति में अनैतिक और द्वेष की भावना से ग्रस्त गंदा खेल खेलती है।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) December 23, 2017
लालू यादव ने अपने फैसले को पिछड़ों और दलितों को निशाना बनाने वाली राजनीति बताया है. लालू ने ट्वीट किया कि ताकतवर लोग और वर्ग हमेशा समाज को शासक और शोषित में बांटने का काम करते हैं. जब भी शोषित वर्ग का कोई भी व्यक्ति इस क्रम को चुनौती देता है तो उसे लगातार सजा दी जाती है.
ये है पूरा केसPowerful people and powerful classes always managed to divide society into ruling and the ruled classes. And whenever anyone from the lower hierarchy challenged this unjust order, they would be deliberately punished https://t.co/oDSIg7e0ie
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) December 23, 2017
साल 1990 से 1994 के बीच देवघर कोषागार से पशु चारे के नाम पर अवैध ढंग से 89 लाख, 27 हजार रुपये निकालने का आरोप है. इस दौरान लालू यादव बिहार के मुख्यमंत्री थे. हालांकि, ये पूरा चारा घोटाला 950 करोड़ रुपये का है, जिनमें से एक देवघर कोषागार से जुड़ा केस है. इस मामले में कुल 38 लोग आरोपी थे जिनके खिलाफ सीबीआई ने 27 अक्टूबर, 1997 को मुकदमा दर्ज किया था.
आज लगभग 20 साल बाद इस मामले में फैसले आया है.इससे पहले चाईबासा कोषागार से 37 करोड़, 70 लाख रुपये अवैध ढंग से निकालने के चारा घोटाले के एक दूसरे केस में सभी आरोपियों को सजा हो चुकी है.