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JP मूवमेंट लोकतंत्र बचाने के लिए था, पर LP मूवमेंट भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए

चारा घोटाले के मामले में 3.5 साल की सजा काट रहे आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव फिलहाल रांची के बिरसा मुंडा जेल में बंद हैं. लालू के बड़े बेटे और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव का मानना है कि लालू के साथ अन्याय हुआ है और उन्हें न्याय दिलाने के लिए अब जन आंदोलन करने की जरूरत है.

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लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप
लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप

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चारा घोटाले के मामले में 3.5 साल की सजा काट रहे आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव फिलहाल रांची के बिरसा मुंडा जेल में बंद हैं. लालू के बड़े बेटे और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव का मानना है कि लालू के साथ अन्याय हुआ है और उन्हें न्याय दिलाने के लिए अब जन आंदोलन करने की जरूरत है.

तेज प्रताप यादव का कहना है कि 70 के दशक में जिस तरीके से JP (जयप्रकाश) मूवमेंट के जरिए देश में क्रांति की शुरुआत की गई थी वैसे ही बिहार में अब LP (लालू प्रसाद) मूवमेंट की जरूरत है. ताकि लालू और गरीबों को इंसाफ मिल सके.

तेज प्रताप यादव के इसी सोच पर चोट करते हुए जेडीयू ने कहा है कि जेपी मूवमेंट की शुरुआत जहां लोकतंत्र को बचाने के लिए की गई थी वहीं एल पी मूवमेंट का एकमात्र मकसद लालू प्रसाद जैसे भ्रष्टाचारियों को बचाना है. जदयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि एल पी मूवमेंट का एकमात्र मकसद लालू प्रसाद यादव को बचाना है जो इस वक्त भ्रष्टाचार के आरोप में रांची के बिरसा मुंडा जेल में बंद है.

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संजय सिंह ने कहा कि जेपी मूवमेंट में जहां हजारों नौजवानों ने अपना भविष्य दांव पर लगा दिया था तख्ती वह देश का भविष्य बदल सके वहीं दूसरी तरफ ऐलपी मूवमेंट का एकमात्र मकसद है लालच, भ्रष्टाचार, स्कैंडल और कुछ चुनिंदा लोगों का फायदा.

आरजेडी पर तंज कसते हुए संजय सिंह ने कहा कि पार्टी को यह समझना पड़ेगा कि लालू प्रसाद किसी आजादी की लड़ाई में जेल नहीं गए हैं, बल्कि भ्रष्टाचार और अकूत संपत्ति जमा करने के आरोप में जेल में बंद है. संजय सिंह ने आरजेडी के नेताओं से अपील की कि वह इस बात को लेकर विचार करें कि जेपी मूवमेंट का मकसद क्या था और एलपी मूवमेंट का मकसद क्या है ?

संजय सिंह ने कहा कि लालू प्रसाद जैसे नेता कभी नहीं बदलते हैं और वह आज भी सरकारी तंत्र का दुरुपयोग पहले के जैसे करते आ रहे हैं. जदयू ने इस बात को लेकर भी आशा व्यक्त की कि लालू के जेल जाने के बाद आरजेडी ने बड़ी टूट होगी. पार्टी का मानना है कि आरजेडी के वरिष्ठ नेता जैसे जगदानंद सिंह, शिवानंद तिवारी, अब्दुल बारी सिद्दीकी, रघुवंश प्रसाद सिंह और रामचंद्र पूर्वे आने वाले दिनों में तेजस्वी यादव जैसे नेता का नेतृत्व स्वीकार नहीं करेंगे जिसने दसवीं भी पास नहीं किया है.

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जदयू ने कहा कि आरजेडी के कई विधायक और पार्षद अब पार्टी में नहीं रहना चाहते हैं और सबसे ज्यादा परेशानी उन नेताओं को हो रही है जो ईमानदार है क्योंकि जब वह अपने क्षेत्र में जाएंगे तो उन्हें इस बात का जवाब देते नहीं बनेगा कि वह कैसे लालू प्रसाद जैसे भ्रष्ट नेता का समर्थन कर रहे हैं ?

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