पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र से जदयू सांसद रंजन यादव ने गुरुवार को दावा किया कि राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद बीजेपी के वरिष्ठ नेता आडवाणी को गिरफ्तार करने को लेकर दुविधा में थे.
रंजन ने कहा कि 23 अक्तूबर की रात्रि 1.30 बजे लालू उनके पास आए और बताया कि तत्कालीन प्रधानमंत्री वी पी सिंह और शरद यादव उन पर आडवाणी को बिहार में गिरफ्तार करने के लिए दबाव बना रहे हैं जिसपर हमने उनसे कहा कि वे अगर ऐसा नहीं करेंगे तो उनकी सरकार बर्खास्त कर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि उनके यह कहने पर ही लालू ने आडवाणी को गिरफ्तार करने का निर्णय लिया.
कभी लालू के करीबी माने जाने वाले और पिछले लोकसभा चुनाव में जदयू के उम्मीदवार के रूप में पाटलिपुत्र संसदीय सीट से उन्हें पराजित करने वाले रंजन यादव ने कहा कि शरद यादव आडवाणी के गिरफ्तार होने तक लालू के संपर्क में रहे.
रंजन ने आरोप लगाया कि लालू तुच्छ राजनीतिक लाभ हासिल करने और मुस्लिम समुदाय की हमदर्दी पाने के लिए आडवाणी के रथ को रोके जाने और उन्हें गिरफ्तार किए जाने दावा करते रहे हैं जबकि हकीकत यह है कि उन्हें गिरफ्तार करने को लेकर वे दुविधा में थे क्योंकि उस रात जब आडवाणी को गिरफ्तार किया गया तो वह लालू के साथ थे.