बिहार में दो इंजीनियरों की हत्या के बाद कानून-व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं. जहां सुशासन बाबू नीतीश कुमार विपक्षियों के निशाने पर हैं वहीं उनके जोड़ीदार लालू प्रसाद यादव उनके समर्थन में उतर आए हैं. उन्होंने विरोधियों को तीखे सुर में कह दिया है कि मुख्यमंत्री को कानून व्यवस्था पर सुझाव दें, राजनीति न करें.
दरभंगा में दो इंनजीनियरों की हत्या के बाद से अबतक इस मामले में कुल 9 गिरफ्तारी हो चुकी है लेकिन इसे अंजाम देने वाले दो मुख्य चेहरे अभी तक फरार हैं.
मुकेश पाठक और विकास झा की तलाश में बिहार एसटीएफ और अलग-अलग जिलों के एसपी ने अबतक संतोष-मुकेश गिरोह के कुल 9 लोगो को गिरफ्तार तो कर लिया लेकिन इसका सरगना मुकेश पाठक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका है. एसटीएफ के पास अबतक कुल इस गिरोह के 39 लोगों की लिस्ट है जिसमें से करीब एक दर्जन शूटर हैं.
इस गिरोह के कुल 9 लोग को गिरफ्तार किया जा चुका है जिसमें सीतामढ़ी ऋषि झा, छोटे ठाकुर, सुमित मिश्रा, शिवहर से टुन्ना झा, अंचल झा, ओमप्रकाश सिंह जबकि बेतिया, मुजफ्फरपुर और दरभंगा से एक-एक गिरफ्तारी हुई है. संतोष-मुकेश के इस गिरोह के लोगों की लगातार गिरफ्तारियां हो रही है लेकिन विकास झा अब भी पकड़ से दूर है.
पुलिस की टीम नेपाल में भी उन्हे ढूँढ रही है लेकिन अबतक वो पकड़ से दूर हैं . इतनी गिरफ्तारियों के बाद अब साफ है कि इस इस नेटवर्क का जाल पूरे मिथलांचल में फैला था जिसमें कंस्ट्रक्शन कंपनियों से बड़े पैमाने पर लेवी वसूलने का धंधा चल रहा था.