लालू प्रसाद यादव की राजनीति पर कोई कितना भी सवाल उठाए उनके अंदाज और लोकप्रियता पर किसी को कोई शक नहीं है. शनिवार को पटना में लालू एक सभा को संबोधित करते हुए अपने पुराने अंदाज में नजर आए. उन्होंने अपनी मजेदार बातों से लोगों को खूब हंसाया तो अपने राजनीतिक विरोधियों पर करारा प्रहार भी किया.
पटना के गांधी मैदान में निषाद सम्मेलन में लालू यादव शामिल हुए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी यहां शिरकत करना था लेकिन वह आंख की सर्जरी के कारण यहां नहीं पहुंचे. JDU अध्यक्ष शरद यादव भी भाषण देने के बाद सम्मेलन से चले गए. इसके बाद लालू ने मंच को हाईजैक कर लिया. उन्होंने अपने ठेठ अंदाज में लोगों को जमकर हंसाया.
लालू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा, ' हम भी बचपन में भैंस चराए हैं, रिक्शा चलाए हैं, चाय बेचे हैं लेकिन कभी प्रचार नहीं किए, लेकिन मोदी जी चुनाव में खूब हल्ला मचाए कि मैं चाय बेचने वाले का बेटा हूं.' इसके बाद लालू ने नरेंद्र मोदी की मिमिक्री भी की. उन्होंने अपने हाथ में एक मोबाइल लेकर कहा, 'चुनाव के समय बीजेपी और आरएसएस के लोग सबको फोन करते थे, हैलो मैं नरेंद्र मोदी बोल रहा हूं. अरे भाई बोल रहे हो तो क्या करें.'
काले धन के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरते हुए लालू ने कहा एक साल हो गया लेकिन किसी के पास 15 लाख रुपये नहीं पहुंचे. बाद में बीजेपी वाले पलट गए बोले कि जुमला था. बिजली के मुद्दे पर लालू ने तंज कसते हुए कहा, 'मोदी सरकार ने कहा 24 घंटे बिजली रहेगी, अभी हालत ये है कि मां, बाप और बच्चे सभी मच्छर मार रहे हैं.' लालू ने बीजेपी पर अपनी छवि खराब करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा. 'ये लोग मोबाइल में एनिमेशन के जरिए बड़े बालों वाली सुंदर लड़की का फोटो लगाते हैं और उसमें लालू का फोटो डाल देते हैं.'
लालू ने लगातार मोदी पर हमले पर बोले. उन्होंने कहा कि मोदी हमेशा झूठ बोलते हैं. लालू ने एक कहानी भी सुनाई. उन्होंने कहा, 'एक बार भगवान ने नारद से कहा कि कोई झूठ बोले तो मुझे पता चल जाए ऐसा सिस्टम लगा दो. फिर वहां एक घण्टा लगाया गया जो किसी के झूठ बोलते ही बजने लगता था. एक बार घण्टा टन टना टन टना टन बजने लगा तो भगवान ने पूछा कौन इतना झूठ बोल रहा है तो नारद जी बोले भगवान, नरेंद्र मोदी भाषण दे रहे हैं.'
लालू आज अपने पूरे शबाब पर थे. उन्होंने अपने कान के बाल दिखाते हुए कहा कि जिसके कान पर इतने बाल होते हैं वह बहुत दिनों तक जिंदा रहता है. लालू ने कहा कि वह 126 सालों तक जिंदा रहेंगे.' दरअसल बिहार में शनिवार को दो जातीय सम्मेलन थे. रजवार जातीय सम्मेलन से लालू ने इसलिए दूरी बना ली क्योंकि वहां बेहद कम लोग पहुंचे थे. निषाद सम्मेलन में भी मुठ्ठी भर लोग पहुंचे थे. लालू का मन इतनी कम भीड़ देखकर खट्टा जरूर हुआ लेकिन उन्होंने इस मौके का बखूबी इस्तेमाल मोदी सरकार पर हमला बोलने में किया. सभा में पहुंचे शरद यादव ने कहा कि जेडीयू और आरजेडी के गठबंधन में कोई समस्या नहीं है. उन्होंने कहा बिहार चुनाव दोनों दल मिलकर ही लड़ेंगे.