लालू अब उस घड़ी को कोस रहे हैं जब चारा घोटाले में वो फंसे थे. और इसीलिए अब हर कदम फूंक-फूक कर रख रहे हैं. पटना से उनकी फ्लाइट दोपहर बाद थी. लेकिन किसी ने कह दिया कि सुबह 11 बजे से पहले ही घर से निकल जाइएगा. वो मान गए और निकल गए.
17 साल से एक घोटाले के दाग और कानूनी शिकंजे ने लालू के सियासी करियर को उतार-चढ़ाव के कई हिचकोले खिलाए हैं. लेकिन अबतक कानून की दबिश तारीख पर तारीख तक ही थी. आज तमाम बहस और जिरह के बाद फैसले का दिन है.
कैसे बचें इस कानूनी फांस से? आखिर कैसे फैसले को अपने हक में करवा लें? कोई तो उपाय होगा इस सबसे बड़े सियासी संकट से बचने का. जैसा आम लोगों के मन में आता है, लालू के मन में भी वैसे ही सवाल और विचार उमड़-घुमड़ रहे होंगे.
कहते हैं कि लालू पहले से ही टोने-टोटके में भरोसा करनेवाले हैं. और जब सिर पर इतनी बड़ी मुसीबत आ पड़ी हो, तब तो कुछ भी करने को तैयार हैं लालू जी.
खबर ये मिली है कि किसी ने लालू को सलाह दी थी कि रविवार को रांची के लिए घर से सुबह 11 बजे से पहले ही बाहर निकल जाएं. उसके बाद का मुहूर्त खराब हो जाता है. लालू ने भी बातों को गांठ बांध लिया. सुबह साढ़े दस बजे ही लालू पटना के घर से बाहर आ गए. पहले अपनी गोशाला में गए. वहां पर गायों की पूजा की. उनसे आशीर्वाद लिया और फिर एयरपोर्ट के लिए निकल गए. लालू का विमान दोपहर के बाद का था. लेकिन वो करीब सवा ग्यारह बजे ही एयरपोर्ट पहुंच गए और तीन घंटे तक वहीं बैठे रहे.
वैसे गाय के लिए लालू की भक्ति हमेशा से मशहूर रही है. लालू तो ये तक दावा करते रहे हैं कि वो अपना हर काम गो-माता से पूछकर ही करते हैं.
मुसीबत की घड़ी में उन्हें विंध्याचल वाले पगला बाबा भी बहुत याद आते हैं. जुलाई के महीने में ही लालू अपने पगला बाबा का आशीर्वाद लेने गए थे.
लालू और उनका खेमा ऊपरवाले को मनाने में लगा है. भरोसा है कि प्रार्थना कबूल होगी और लालू इस सबसे बड़े सियासी संकट से निकल आएंगे.