भले ही महागठबंधन में सीटों के बँटवारे को लेकर अभी कोई साफ स्थिति नही बनी है, लेकिन आरजेडी ने लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी तैयारी तेज कर दी है. पार्टी ने शनिवार को केन्द्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक में यह तय किया कि लोकसभा चुनाव से जुड़े सारे फैसले आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ही करेंगे. यानि महागठबंधन में सीटों के बँटवारे से लेकर आरजेडी के उम्मीदवारों के चयन में अंतिम मुहर लालू प्रसाद यादव की लगेगी.
आरजेडी के ऱाष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद मनोज झा ने बताया कि चुनाव से जुड़े सारे फैसले लालू प्रसाद यादव ही लेंगे. हालांकि लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले मामले में सजायाफ्ता है और रांची के होटवार जेल के कैदी हैं. अभी उनका इलाज रांची के रिम्स अस्पताल में चल रहा है. माना जा रहा है कि महागठबंधन में कौन पार्टी कितने सीटों पर लड़ेगी, इसका फैसला लालू यादव ही करेंगे. वैसे भी महगठबंधन के सभी दल के नेता रांची का चक्कर लगा रहे हैं.
शनिवार को लोकतंत्रिक जनता दल के अध्यक्ष शरद यादव ने लालू यादव से मुलाकत की. डेढ़ घंटे तक चली इस मुलाकात के बाद शरद यादव ने कहा कि जल्दी ही महागठबंधन का स्वरूप सामने आयेगा. इससे पहले हम पार्टी के अध्यक्ष जीतनराम मांझी और लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा भी लालू से कई बार मिल चुके हैं.
वैसे भी लालू प्रसाद यादव ही आरजेडी के सभी फैसले पर अपनी मुहर लगाते रहे हैं. अब तो पार्टी ने अधिकृत कर दिया तो इसका मतलब ये भी निकाला जा रहा है कि उम्मीदवारों के सिंबल पर लालू प्रसाद यादव का ही हस्ताक्षर होगा. पहले ऐसा माना जा रहा था कि इसके लिए पार्टी कहीं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को अधिकृत करेगी, क्योंकि जेल में रहकर सिंबल पर हस्ताक्षर को कानूनी मान्यता मिलने में अड़चन आये. लेकिन राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि जब 2018 में राज्यसभा चुनाव के लिए वे उम्मीदवार बने थे तो सिंबल पर आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने ही हस्ताक्षर किए थे. उस समय भी लालू यादव जेल में ही थे.
राबड़ी देवी के आवास 10 सर्कुलर रोड पर हुई आरजेडी की इस महत्वपूर्ण बैठक में पार्टी के सभी नेता और विधायक मौजूद रहे, लेकिन लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव कहीं नहीं दिखे. माना जा रहा है कि परिवार से उनकी नाराजगी ऐश्वर्या से तलाक के मामले को लेकर अभी भी बरकरार है.