बिहार में सत्तासीन राष्ट्रीय जनता दल के 20वें स्थापना दिवस पर आयोजित समारोह में मंगलवार को उस समय जमकर हंगामा हुआ, जब पार्टी अध्यक्ष लालू यादव और उनके बेटे तेज प्रताप मीडिया पर भड़क गए. दरअसल, मंच पर बैठे तेज प्रताप एक फोटोग्राफर का कैमरा लेकर तस्वीरें देख रहे थे. तभी 'आज तक' के कैमरे ने उनको कैप्चर कर लिया. इस बात पर भड़के हेल्थ मिनिस्टर ने मंच से 'देख लेने' की धमकी दी.
तेज प्रताप ने मंच पर माइक संभालते हुए कहा, 'आप पत्रकार हैं इसलिए सम्मान करते हैं, नहीं तो मानहानि का केस कर देंगे.' हालांकि, धमकी के बाद मीडियाकर्मियों के समारोह का बहिष्कार करने पर लालू ने बीच-बचाव किया और फिर बात को भूल जाने की बात कही.
पहले लोगों को भेजा, फिर खुद कहा- फाइल डिलीट करो
गौरतलब है कि स्थापना दिवस के मौके पर मंच से रघुवंश प्रसाद सिंह भाषण दे रहे थे. उसी समय स्वास्थ मंत्री तेज प्रताप यादव एक फोटोग्राफर का कैमरा लेकर उसे देख रहे थे. इस सीन को 'आज तक' ने अपने कैमरे में कैद कर लिया. लेकिन यह बात मंत्री को नागवार गुजरी. पहले तो उन्होंने अपने कुछ लोग भेजकर वीडियो डिलीट करने की मांग की, लेकिन जब ऐसा करने से इनकार किया गया, तो खुद भी फाइल डिलीट करने के लिए कहने लगे.
...और सरेआम दे दी धमकी
इसके बाद भी जब वीडियो डिलीट करने से मना किया गया तो मंत्री ने माइक लेकर सरेआम धमकी दे डाली. उन्होंने कहा, 'आप पत्रकार हैं इसलिए इज्जत कर रहे हैं. उसको डिलीट करिए नहीं तो केस कर देंगे... मानहानि का केस कर देंगे.' इससे ठीक पहले लालू यादव ने भी मंच पर बुलाकर वीडियो डिलीट करने की मांग की और तेजप्रताप की बात मान लेने की सलाह दी.
लालू बोले- छूट जाती नौकरी
मंच से धमकी देने के बाद समारोह में उपस्थित पत्रकारों ने कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया. जैसे ही सब बाहर निकलने को हुए लालू यादव ने मोर्चा संभाला और बेटे को समझाया कि ऐसे नहीं बोला जाता है. काफी मान-मनव्वल के बाद पत्रकार वापस सीट पर बैठे. समारोह में जब लालू यादव के बोलने की बारी आई तो उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, 'अच्छा हुआ आप लोग नहीं गए. आपकी खबर छूट जाती तो नौकरी भी जा सकती थी.'