महिलाओं पर नीतीश के बयान पर बवाल थमा भी नहीं था कि अब पटना में आंगनवाड़ी सेविकाओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. राज्यकर्मी का दर्जा मांग रही महिला कर्मचारियों को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. इतना ही नहीं महिलाओं की भीड़ पर वाटर कैनन का इस्तेमाल भी किया गया है.
बता दें कि आंगनबाड़ी में काम करने वाली ये महिलाओं राजधानी में विरोध प्रदर्शन कर रही थीं और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के दफ्तर के बाहर नारेबाज कर रही थीं.
बता दें कि बुधवार को नीतीश कुमार ने विधानसभा में जनसंख्या नियंत्रण पर बोलते हुए महिलाओं को लेकर अपमानजनक और विवादित बयान दिया था. हालांकि बाद में उन्होंने अपने बयान को वापस लेते हुए माफी मांग ली थी लेकिन उसके बाद भी बिहार के अलग-अलग हिस्सों में महिलाएं उनके खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं.
पटना में मंगलवार को भी कई मांगों को लेकर राज्य की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने विरोध-प्रदर्शन किया था और नीतीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी की थी. विधानसभा के बाहर प्रदर्शन करने पर आंगनबाडी कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प भी हुई थी.
सैलरी बढाने की मांग
पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए लाठियां चलाईं थीं और वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया था. आंगनबाड़ी सेविकाओं की मांग है कि उनका मासिक वेतन बढ़कर ₹25000 किया जाए और आंगनबाड़ी सहायिका का वेतन ₹18000 किया जाए.
बिहार के कैमूर जिले में आंगनबाड़ी सेविका के तौर पर काम करने वाली दुर्गा कुमारी मेहता कुशवाहा समाज से आती है. दुर्गा कुमारी मेहता कहती हैं कि उन्हें आंगनबाड़ी सेविका के तौर पर मासिक ₹5950 रुपए मिलते हैं.
दुर्गा बताती है कि उनके वेतन में ₹1450 रुपए सिर्फ बिहार सरकार देती है और बाकी पैसे केंद्र से आता है. पिछले 1 महीने से दुर्गा कुमारी बिहार की अन्य आंगनबाड़ी सेविकाओं की तरह मासिक वेतन बढ़ाने को लेकर आंदोलन कर रही है