बिहार की राजधानी पटना में सरकारी नौकरी (BTSC) की मांग कर रहे उम्मीदवारों को एक बार फिर लाठियों का सामना करना पड़ा. पुलिस ने कई प्रदर्शनकारी छात्रों को हिरासत में भी ले लिया है.
पूरे बिहार से हजारों अभ्यर्थी भाजपा कार्यालय के सामने प्रदर्शन करने पहुंचे थे. अभ्यर्थियों की मांग थी कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने वादा किए जाने के बाद भी अभ्यर्थियों की बहाली नहीं की है. सभी अभ्यर्थी भाजपा कार्यालय के साथ-साथ राजद कार्यालय और जदयू कार्यालय का घेराव भी करना चाह रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया. पुलिस ने बल प्रयोग भी किया. इस दौरान अभ्यर्थी काफी उग्र दिखे.
इससे पहले अभ्यर्थियों ने BTSC ऑफिस के बाहर नौकरी की मांग को लेकर 30 जनवरी को प्रदर्शन किया था. इस दौरान भी पुलिस ने लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया था. इन दिन भी अभ्यर्थियों ने पहले जेडीयू, राजद और फिर बीजेपी ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया था.
क्या है पूरा मामला
बिहार तकनीकी सेवा आयोग (BTSC) के जूनियर इंजीनियर पद की परीक्षा देने के बाद भी कैंडिडेट्स चार साल से रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं. गुरुवार को उनके सब्र का बांध टूट गया. अभ्यर्थी 'रिजल्ट दो या इच्छामृत्यु दो' के स्लोगन के साथ सड़कों पर उतर आए. उम्मीदवार किसी हालात में अब रिजल्ट जारी करने की मांग कर रहे थे. दिन के करीब साढ़े 12 बजे जब ये अभ्यर्थी बीजेपी ऑफिस का घेराव करने जा रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें रोका.
बताया जा रहा है कि मौके पर कुछ लोगों की पुलिस के साथ धक्का-मुक्की हो गई तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर सभी को वहां से हटा दिया. इसके बाद मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया. पुलिस ने लाठीचार्ज के बाद कथित तौर पर धक्का-मुक्की करने वाले कुछ उम्मीदवारों को को हिरासत में ले लिया. वहीं, छात्रों का कहना है कि पुलिस के लाठीचार्ज में कई अभ्यर्थियों को काफी चोटें आई हैं.