त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली ऐतिहासिक जीत को अब पार्टी के द्वारा हर तरीके से भुनाने की कोशिश की जा रही है. इसी को लेकर बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने पार्टी की त्रिपुरा में जीत को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से जोड़ दिया है.
सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा कि पिछले दिनों जिस तरीके से जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में भारत विरोधी नारे लगाए गए और जिस तरीके से विश्वविद्यालय में इन नारों का वामपंथी ताकतों ने पुरजोर समर्थन किया, ऐसी ताकतों को त्रिपुरा की देशभक्त मतदाताओं ने उखाड़ फेंका है.
मोदी ने कहा कि वामपंथी ताकतें बंगाल और बिहार से तो पहले ही उखड़ चुकी हैं और अब उनका आखिरी किला यानी केरल से भी उनकी जाने की तैयारी शुरू हो गई है. मोदी ने आरोप लगाया कि वामपंथी दलों ने हमेशा गरीबों और किसानों के नाम पर लोगों को धोखा दिया है.
मोदी ने विश्वास जताया कि जिस तरीके से भाजपा ने 25 सालों से वामपंथियों के गढ़ त्रिपुरा में 43 फ़ीसदी वोट के साथ 60 सदस्यीय विधान सभा में अकेले 35 सीट जीत कर सरकार बनाने जा रही है, उसी प्रकार उत्तर प्रदेश और बिहार में उपचुनाव में भाजपा को जीत मिलेगी. कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भी भाजपा वहां सरकार बनाएगी.
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए सुशील मोदी ने कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों में भाजपा की चुनावी जीत आरजेडी और कांग्रेस के साझा दुष्प्रचार और संपत्ति बचाओ यात्राओं पर करारा तमाचा है.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर कटाक्ष करते हुए मोदी ने कहा कि पूर्वोत्तर में भाजपा की जीत के बाद जेल से लालू प्रसाद की आवाज नहीं आई और राहुल गांधी को नानी याद आ गई.