आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार वालों के खिलाफ बेनामी संपत्ति अर्जित करने के मामले में पटना हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करने वाले वकील मणिभूषण सेंगर को अपनी जान का खतरा सताने लगा है. पिछले एक महीने से भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने जिस तरीके से लालू और उनके बेटे तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव के अलावा उनकी पत्नी राबड़ी देवी और पुत्री चंदा और रागिनी के खिलाफ बेनामी संपत्ति अर्जित करने को लेकर खुलासे किए है उसके बाद वकील मणिभूषण ने पटना हाईकोर्ट में तीन जनहित याचिका दायर की है और मांग की है कि लालू और उनके परिवार वालों की बेनामी संपत्ति के मामले में सीबीआई जांच कराई जाए.
लालू के परिवार वालों के खिलाफ हाई कोर्ट में जनहित याचिका करने वाले वकील मणिभूषण सेंगर अचानक से सुर्खियों में आ गए हैं और अब इसीलिए उन्हें अपनी जान का खतरा भी सता रहा है.
गौरतलब है कि मणिभूषण सेंगर ने फरवरी महीने में बिहार कर्मचारी चयन आयोग घोटाले की भी सीबीआई जांच की मांग करते हुए पटना हाईकोर्ट पर जनहित याचिका दायर की थी. इससे पहले उन्होंने बिहार के आईएएस अफसरों के खिलाफ भी कोर्ट में याचिका डाली थी. 17 फरवरी 2017 को मणिभूषण सेंगर ने बिहार के डीजीपी पीके ठाकुर को एक पत्र लिखकर अपनी जान-माल की सुरक्षा की गुहार भी लगाई थी. मणिभूषण ने इस पत्र की एक कॉपी पटना एसएसपी और अपने क्षेत्र के पुलिस थाने में उपलब्ध कराई थी. लेकिन अभी तक अधिवक्ता मणिभूषण सेंगर को पुलिस की ओर से सुरक्षा उपलब्ध नहीं कराई गई है.