बिहार सरकार ने शराबबंदी कानून को कड़ाई से लागू करने के लिए अब हेलिकॉप्टर से निगरानी शुरू कर दी है. बिहार सरकार के इस कदम पर विपक्षी दलों की ओर से तंज किया गया है. बिहार विधानसभा के नए सत्र के पहले दिन विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के एक विधायक खिलौना हेलिकॉप्टर लेकर विधानसभा पहुंचे.
आरजेडी विधायक मुकेश रौशन ने खिलौना हेलिकॉप्टर लेकर शराबबंदी कानून को कड़ाई से लागू कराने के लिए सरकार की ओर से हेलिकॉप्टर के इस्तेमाल पर तंज किया. आरजेडी विधायक मुकेश रौशन ने कहा कि कोरोना काल में लाखों लोग इसलिए मर गए क्योंकि वे समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाए. लोगों को ऑक्सीजन नहीं मिला और अब सरकार शराबबंदी के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल कर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है. खिलौना हेलीकॉप्टर को दिखाते हुए उन्होंने तंज किया कि डबल इंजन की सरकार का ये डबल इंजन हेलिकॉप्टर है.
वैशाली जिले की महुआ विधानसभा सीट से विधायक मुकेश रौशन ने इसे छलावा बताया है. उन्होंने अवैध शराब के ठिकानों की खोजबीन के लिए हेलिकॉप्टर के इस्तेमाल को अतार्किक बताया. सरकार युवाओं को नौकरी नहीं दे रही. नौकरी देने के नाम पर कहा जा रहा है कि पैसा नहीं है. लेकिन शराबबंदी कानून को कड़ाई से लागू कराने के लिए हेलिकॉप्टर खरीदने को सरकार के पास पैसा है. इसी का विरोध करने के लिए वो खिलौना हेलिकॉप्टर लेकर विधानसभा आए.
गौरतलब है कि बिहार सरकार ने शराबबंदी को पूरी तरह सफल बनाने के लिए आसमान में हेलिकॉप्टर को उतार दिया है. चार सीटर ये हेलिकॉप्टर शराब के गुनहगारों की निगहबानी करेगा. इस हेलिकॉप्टर में अधिकारी सवार रहेंगे और लोकेशन का पता लगाकर मद्यनिषेध विभाग के साथ संबंधित जिले के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को जानकारी देंगे. सरकार का दावा है कि इससे शराब माफिया पर लगाम लगेगी.
बता दें कि सरकार की चेतावनी और शपथ ग्रहण के साथ निगरानी के बाद भी शराब माफिया लगातार शराबबंदी कानून का उल्लंघन कर रहे हैं. हाल में एक दर्जन से ज्यादा शराब भट्ठियों को ड्रोन से चिह्नित किए जाने के बाद ध्वस्त किया. वहीं, दियारा इलाके और जंगली इलाकों में भी ड्रोन से शराब माफियाओं पर नजर रखा. फिलहाल दूर-दराज और नदी किनारे भी शराब निर्माण की बात सामने आई है जिसके बाद सरकार ने चार सीटर हेलिकॉप्टर फील्ड में उतारा है.