बिहार की राजनीति में चिराग पासवान (Chirag Paswan) अब अलग-थलग पड़ गए हैं. अब तक तो चाचा पशुपति पारस (Pashupati Paras) उन्हें नसीहत देते थे, लेकिन अब उनके छोटे भाई प्रिंस राज (Prince Raj) ने भी नसीहत दे डाली है. प्रिंस राज का कहना है कि चिराग को खुद मंथन करना चाहिए कि ऐसा क्यों हुआ और जब वो मंथन करेंगे तो उन्हें खुद जवाब मिल जाएगा कि ऐसा क्यों हुआ.
दरअसल, बीते महीने चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस ने लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के 5 सांसदों को साथ में लेकर पार्टी पर अपना अधिकार जता दिया था. बाद में पशुपति पारस ही LJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए थे. हाल ही में पशुपति पारस को मोदी सरकार (Modi Government) में केंद्रीय मंत्री (Cabinet Minister) बनाया गया है. वहीं, चिराग के छोटे भाई प्रिंस राज को बिहार का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया है.
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अकेले में मंथन करें चिरागः प्रिंस
रविवार को प्रिंस राज अपने संसदीय क्षेत्र समस्तीपुर पहुंचे थे. यहां उन्होंने नसीहत देते हुए कहा, "चिराग सलाहकारों की बातें कम सुने. वो हमारे बड़े भाई हैं और हमेशा रहेंगे. लेकिन उनको एक बार जरूर मंथन करना चाहिए कि पार्टी ने ऐसा फैसला क्यों लिया? और मुझे भरोसा है कि जब वो अकेले में मंथन करेंगे तो उन्हें खुद जवाब मिल जाएगा कि ऐसा क्यों हुआ."
हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैंः प्रिंस
प्रिंस राज ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) हैं और हम NDA के साथ मजबूती से खड़े हैं. उन्होंने कहा कि हमें दायित्व मिला है कि हम जनता के बीच जाएं, उनकी समस्याएं सुनें और उसे लेकर ही आगे चलें. चिराग की आशीर्वाद यात्रा पर प्रिंस ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को हक है कि वो क्या करें और क्या नहीं, लेकिन बिहार की जनता ने हमें आशीर्वाद दिया है.