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बिहार में महागठबंधन का फॉर्मूला होगा तय, कल तेजस्वी यादव के घर महामंथन

Mahagathbandhan महागठबंधन में लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बटवारे को लेकर सोमवार को बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के घर पर बैठक होने जा रही है. माना जा रहा है कि इस बैठक में महागठबंधन में सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला तय हो सकता है. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) पहले ही बिहार में लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे का ऐलान कर चुका है.

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Tejaswi yadav, Mukesh Sahani and Upendra Kushwaha (File Photo- PTI)
Tejaswi yadav, Mukesh Sahani and Upendra Kushwaha (File Photo- PTI)

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National Democratic Alliance (NDA) में लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार में सीटों के तालमेल के ऐलान के बाद अब सबकी नजरें महागठबंधन में सीटों के बंटवारे पर टिकी हुई है. वैसे तो महागठबंधन में शामिल सभी दलों ने कहा है कि बिहार में सीटों को लेकर तालमेल का ऐलान 14 जनवरी यानी खरमास के बाद होगा. मगर सोमवार को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के घर पर महागठबंधन के नेताओं का जमावड़ा लगने जा रहा है. माना जा रहा है कि इस दौरान महागठबंधन के दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर महत्वपूर्ण बातचीत होगी.

तेजस्वी यादव के 5, देशरत्न मार्ग आवास पर सोमवार शाम 6:00 बजे महागठबंधन के बड़े नेता बैठक करें और सीटों के तालमेल को लेकर चर्चा करेंगे. इस बैठक में तेजस्वी यादव समेत हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा  (Hindustani Awam Morcha) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (Rashtriya Lok Samta Party) के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा, विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष मुकेश साहनी, लोकतांत्रिक जनता दल (Loktantrik Janta Dal) के नेता शरद यादव और कांग्रेस की तरफ से प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा शामिल होंगे.   

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आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा की सीटों के बंटवारे को लेकर शुक्रवार को दिल्ली में समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी (BSP) की सुप्रीमो मायावती के बीच बैठक हुई थी. बताया जा रहा है कि इस बैठक में दोनों दलों के बीच उत्तर प्रदेश में लोकसभा की सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति बन गई है. हालांकि इस गठबंधन से कांग्रेस को बाहर रखा गया है.

सूत्रों के मुताबिक नए फॉर्मूले के तहत समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश की 35 सीटों और BSP 36 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. इसके अलावा 3 सीटें अजीत सिंह की पार्टी राष्ट्रीय लोकदल को देने और 4 सीटें रिजर्व रखने पर सहमति बनी है. साथ ही यह भी सहमति बनी कि अमेठी और रायबरेली से गठबंधन कोई उम्मीदवार नहीं उतारेगा. अगर हम मध्य प्रदेश की बात करें, तो वहां सरकार बनाने में अखिलेश यादव ने कांग्रेस का पूरा समर्थन किया था, लेकिन समाजवादी पार्टी को मंत्रिमंडल में  जगह नहीं दी गई. इस पर अखिलेश यादव ने अपनी प्रतिक्रिया भी दी थी.

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस भले ही गठबंधन से बाहर होती दिख रही हो, लेकिन बिहार में इसे लेकर तस्वीर एकदम साफ नजर आ रही है. सोमवार को तेजस्वी यादव के घर होने वाली बैठक से कुछ दिन पहले ही महागठबंधन में लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर उपेंद्र कुशवाहा, शरद यादव, जीतन राम मांझी और मुकेश साहनी रांची जाकर RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मुलाकात कर चुके हैं. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के तालमेल को लेकर ऐलान पिछले महीने हो चुका है, जिसके तहत भाजपा और Janata Dal (United) के बीच 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ने की सहमति  बनी है. इसके अलावा लोक जनशक्ति पार्टी (Lok Janshakti Party) को 6 सीटें दी गई हैं. मालूम हो कि बिहार में लोकसभा की 40 सीटे हैं.

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