बिहार में राष्ट्रीय जनता (राजद) और कांग्रेस के बीच चुनावी तालमेल पर सहमति बन गई है. कांग्रेस 12 और राकांपा एक सीट पर चुनाव लड़ेगी जबकि राजद शेष 27 सीटों पर चुनाव लड़ेगा.
कांग्रेस और राजद ने बुधवार को बिहार में लोकसभा चुनावों के लिए गठबंधन पर मुहर लगाई है और कांग्रेस ने लालू प्रसाद को अत्यंत सहयोगी बताते हुए उनकी तारीफ की. पार्टी प्रवक्ता संजय झा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद से हमारा अच्छा तालमेल है. वह संसद के अंदर और बाहर कांग्रेस के अच्छे सहयोगी रहे हैं. दोनों दलों के बीच किसी तरह के विवाद की बात को खारिज करते हुए कांग्रेस के प्रवक्ता ने कहा कि चुनाव के दौरान गठबंधन बहुत जटिल मुद्दा है.
लालू ने कहा कि चुनावों में उम्मीदवारों की सूची दो दिन में घोषित कर दी जाएगी, वहीं कांग्रेस के सू़त्रों ने कहा कि सीट बंटवारे के समझौते के तहत उसे 12 सीटें मिलेंगी, राकांपा को 1 और राजद शेष 27 सीटों पर लड़ेगी. सूत्रों ने कहा कि लालू ने मधुबनी, पूर्वी चंपारण और नवादा जैसी सीटें देने की कांग्रेस की मांग नहीं मानी है वहीं कांग्रेस के कब्जे वाली दो सीटें सासाराम और किशनगंज उसे दे दी हैं जहां से क्रमश: लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार और मोहम्मद असरारल संसद सदस्य हैं.
इन दोनों सीटों के अलावा कांग्रेस को औरंगाबाद सुपौल, पूर्णिया, हाजीपुर, नालंदा, पटना साहिब, बाल्मीकिनगर, जमुई, मुजफ्फरपुर, औरंगाबाद और गोपालगंज सीटें मिलेंगी. आखिरी दो सीटों पर बदलाव भी हो सकता है. राकांपा नेता तारिक अनवर कटिहार से किस्मत आजमाएंगे.
औरंगाबाद से केरल के पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार लोकसभा सदस्य रहे हैं. उन्होंने मंगलवार को राज्यपाल पद से इस्तीफा दिया है. अटकलें हैं कि वह इस बार औरंगाबाद की जगह काराकाट से किस्मत आजमा सकते हैं.