बिहार के मुंगेर जिले की अवैध फैक्टरियों में बने हथियार अब इंडियन मुजाहिदीन के आतंकवादियों के हाथों तक पहुंच रहे हैं.
दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि जांच अधिकारियों ने पुणे विस्फोटों के सिलसिले में गिरफ्तार पांच लोगों के पास से मुंगेर में बने अवैध हथियार बरामद किए हैं. उन्होंने कथित तौर पर पुलिसकर्मियों से कहा था कि उन्होंने मुंगेर से हथियार खरीदे थे.
इसके बाद, दिल्ली पुलिस आयुक्त नीरज कुमार ने विशेष आयुक्त (विशेष प्रकोष्ठ) एस एन श्रीवास्तव को इस मुद्दे पर अध्ययन करने की जिम्मेदारी सौंपी.
सूत्रों ने बताया कि पुलिस मुंगेर के अवैध हथियारों की तलाश में थी और पिछले सप्ताह इंस्पेक्टर सुभाष वत्स के नेतृत्व वाले दल ने चार लोगों को गिरफ्तार किया और उनके पास से आधुनिक हथियार बरामद किए. पुलिस ने उसे ‘मुंगेरवाला’ नाम दिया है.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मुंगेर में बने हथियार बेंगलूर और मध्य प्रदेश में पाए गए हैं. उन्होंने कहा, ‘पहले वे ट्रेन से हथियार भेजते थे लेकिन अब वे सड़क मार्ग से वाहनों से भेजते हैं.’ यह पूछे जाने पर कि क्यों आतंकवादी देसी हथियार लेना चाहेंगे तो अधिकारी ने बताया, ‘मुंगेर में बना देसी पिस्तौल आधुनिक हथियारों के स्तर का है.’ पिछले साल दिल्ली पुलिस ने मुंगेर में बने 130 पिस्तौल बरामद किये थे जबकि इस साल 50 से 60 हथियार बरामद किए गए हैं.
पुलिस के अनुसार पिछले सप्ताह गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी अवैध पिस्तौलों की खेप हासिल करने के लिए अक्सर मुंगेर जाया करते थे.