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'बिहार में कांग्रेस को मिली रॉ डील', गुलाम नबी आजाद ने महागठबंधन सरकार में प्रतिनिधित्व पर जताई नाराजगी

बिहार में एनडीए से नाता तोड़कर नीतीश कुमार ने महागठबंधन के साथ मिलकर सरकार बना ली. महागठबंधन सरकार के मंत्रिमंडल का भी विस्तार हो चुका है. महागठबंध सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस के साथ ही हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के कोटे से भी मंत्री बनाए गए हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने सरकार में पार्टी के प्रतिनिधित्व को लेकर नाराजगी जताई है.

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गुलाम नबी आजाद (फाइल फोटो)
गुलाम नबी आजाद (फाइल फोटो)

बिहार में सत्ता परिवर्तन हो चुका है. नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने पाला बदलकर एनडीए का दामन झटक महागठबंधन का साथ पकड़ लिया. बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन की सरकार का गठन भी हो गया और नए मंत्रियों में विभागों का बंटवारा भी हो चुका है. इसे लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद का अब बयान आया है.

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गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि महागठबंधन में शामिल हर दल के हिस्से में सम्मानजनक मंत्री पद आए हैं, कांग्रेस को छोड़कर. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस से नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि पार्टी को एक रॉ डील मिली जिसकी वजह से वह किसी भी ब्राह्मण, राजपूत या भूमिहार नेता को मंत्री नहीं बना सकी.

उन्होंने ये भी कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के 79 विधायक हैं. 79 में से 17 मंत्री बने. एक निर्दलीय समेत 46 विधायकों वाली जेडीयू के हिस्से में मुख्यमंत्री समेत 13 मंत्री पद आए. हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के चार विधायक हैं और उसे एक मंत्री पद मिला. कांग्रेस के 19 विधायक हैं लेकिन पार्टी के खाते में बस चार मंत्री पद आए.

गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जब मंत्री बनाए जाने की बात चल रही थी, कांग्रेस को अपने उचित हिस्से के बारे में जानकारी होनी चाहिए थी. उन्होंने कहा कि अगर मंत्री बनाए जाने को लेकर बातचीत के समय ऐसा किया गया होता तो संख्याबल के आधार पर चार मंत्री पद कांग्रेस के खाते में आते और फिर अगड़ी जाति के नेताओं को भी आसानी से समायोजित किया जा सकता था.

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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि विभागों का बंटवारा भी बिना किसी लॉजिक के किया गया है और ये वास्तव में आश्चर्यजनक है कि पार्टी में से किसी ने भी मंत्रिमंडल में बराबर हिस्सेदारी के लिए दबाव नहीं डाला. गुलाम नबी आजाद की टिप्पणी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल विस्तार के एक दिन बाद आया है.

गौरतलब है कि नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में जेडीयू के 11, आरजेडी के 16, कांग्रेस के दो और जीतन राम मांझी की पार्टी हम के एक विधायक को मंत्री बनाया गया था. नीतीश कुमार मंत्रिमंडल में अन्य दलों को सीटों के अनुपात में मिली जगह के मुकाबले कांग्रेस की कम भागीदारी को लेकर अब गुलाम नबी आजाद ने मोर्चा खोल दिया है. वाम दल बाहर से नीतीश कुमार सरकार का समर्थन कर रहे हैं.

 

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