पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने दावा किया है कि बीजेपी 30 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा के फ्लोर पर अपना बहुमत साबित कर देगी. समस्तीपुर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार के उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद बीजेपी विधानसभा में अपना बहुमत साबित कर देगी.
जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने देवेंद्र फडणवीस को 30 नवंबर को विधानसभा में अपना बहुमत साबित करने का वक्त दिया है. पत्रकारों से बातचीत करते हुए शाहनवाज हुसैन ने कांग्रेस पर भी जमकर हमला बोला और कहा कि कांग्रेस महाराष्ट्र में हिंदुत्व के एजेंडा पर चलने वाली शिवसेना की बी टीम बनकर रह गई है.
शाहनवाज हुसैन ने उठाए सवाल
कांग्रेस के शिवसेना के साथ गठबंधन करने पर शाहनवाज हुसैन ने कांग्रेस से सवाल पूछा कि क्या वह अब शिवसेना की तरह जय मां भवानी का नारा बुलंद करेगी? दूसरी तरफ वीर सावरकर को भारत रत्न देने की वकालत करने वाली शिवसेना को लेकर भी शाहनवाज हुसैन ने कांग्रेस से सवाल पूछा कि क्या वह अब सावरकर के उपलब्धियों पर गर्व करेगी?
महाराष्ट्र की राजनीति उथलपुथल के बीच बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने दावा करते हुए कहा, 'महाराष्ट्र में हम बहुमत सिद्ध करेंगे और ये सरकार 5 सालों तक चलेगी. शिवसेना ने महाराष्ट्र के जनादेश को धोखा दिया है. चुनाव के बाद शिवसेना की बोली बदल गई और संजय राउत जहर उगलने लगे. हमने बहुत इंतजार किया लेकिन शिवसेना ने संपर्क नहीं किया.'
राष्ट्रपति शासन के बाद जब एनसीपी विधायक दल के नेता अजित पवार ने देवेंद्र फडणवीस से बात की और कहा कि वो सरकार में आना चाहते है तो हमने एक मिनट की देरी नहीं की और हमने राज्यपाल को सरकार बनाने का दावा पेश किया. नियम के अनुसार राष्ट्रपति शासन हटा और सुबह-सुबह देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री और अजित पवार उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
शाहनवाज का दावा, फ्लोर पर बहुमत साबित करेंगे
शाहनवाज हुसैन ने कहा, 'हमें पूरा भरोसा है कि हम विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस शिवसेना की भी टीम बन गई है और ये नम्बर 4 की पार्टी नम्बर एक की कुर्सी का खेल खेलना चाहती थी जिसे हमलोगों ने सफल नहीं होने दिया है. शाहनवाज ने कहा अगर एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना वाले खुद को राजनीतिक के पंडित समझते हैं तो बीजेपी में नरेंद्र मोदी और अमित शाह हैं और ये जहां हैं वहां सब मुमकिन है.
समस्तीपुर में बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि आप जानते है कि नरेंद्र मोदी की सरकार देश को आगे बढ़ाने के लिये पूरी ताकत से काम कर रही है. पूरे राष्ट्र में बीजेपी की हुकूमत है और बीजेपी राष्ट्र की सेवा में जुटी है.
शिवसेना ने महाराष्ट्र की जनता को दिया धोखा
समस्तीपुर में शाहनवाज हुसैन ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस को सीएम बनाने के लिए जनता ने वोट दिया लेकिन शिवसेना ने महाराष्ट्र की जनता को धोखा दिया है. उन्होंने कहा, 'चुनाव के बाद शिवसेना की बोल चाल बदल गई. शिवसेना के संजय राउत हम लोगों के खिलाफ जहर उगलने लगे फिर भी हम लोगों ने इंतजार किया. अंत में जब शिवसेना ने हमसे कोई संपर्क नहीं किया. हम लोगों ने राज्यपाल को कहा कि हमारे पास बहुमत नहीं है. फिर भी राज्यपाल ने शिवसेना को मौका दिया और वो चूक गई.
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सबकुछ असेम्बली के फ्लोर पर होता है. जब हमें निमंत्रण मिला तब हमारे साथ अजीत पवार नहीं थे जिसके बाद अजित पवार आये तो हमने स्वीकार कर लिया. जोड़ तोड़ में यकीन रखते तो पहले ही दिन निमंत्रण स्वीकार करके सरकार बना लेते. जब हमको भरोसा हो गया कि हम असेम्बली के फ्लोर पर बहुमत साबित कर देंगे तो हमने सरकार बना ली. आज सरकार बन गई है तब तरह तरह की बातें करने वाली कांग्रेस ये बताए कि क्या वो दूसरा कुमारस्वामी खड़ा करना चाहते थे.
शाहनवाज की कांग्रेस पार्टी पर तीखी आलोचना
शाहनवाज हुसैन ने कांग्रेस पार्टी पर तीखी आलोचना करते हुए कहा, 'अब कांग्रेस पार्टी बताये की शिवसेना के साथ जाने के बाद वो जय भवानी जय शिवा बोलेगी की नहीं. साथ ही कांग्रेस पार्टी ये भी बताये की वो अब वीर सावरकर पर गर्व करेगी कि नहीं. कांग्रेस पार्टी बताएं बाला साहेब ठाकरे ने जो विचार कांग्रेस के लिए व्यक्त किये थे उन विचारों से सहमत होगी या नहीं.
बता दें कि शनिवार को तेजी से महाराष्ट्र में तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम में देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार ने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री की शपथ ली. राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने दोनों को शपथ दिलाई.
इस मामले को लेकर एनसीपी-शिवसेना और कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. सुप्रीम कोर्ट ने रविवार को इस पूरे मामले पर सुनवाई की और सोमवार को फिर इस मुद्दे पर सुनवाई होनी है.
(जहांगीर आलम के इनपुट के साथ)