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मेरी शारीरिक लाचारी को चर्चा का विषय न बनाएं: नीतीश कुमार

छपरा में मिड डे मील खाकर बीमार हुए और मरे दर्जनों बच्चों के मामले में नीतीश कुमार ने मौके पर न जाने की सफाई नौ दिन बाद बुधवार को पेश की. उन्होंने बताया कि पैर में चोट के चलते वह घटनास्थल पर नहीं जाए. मगर यहीं से हर पल की जानकारी ले रहे थे.

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नीतीश कुमार
नीतीश कुमार

छपरा में मिड डे मील खाकर बीमार हुए और मरे दर्जनों बच्चों के मामले में नीतीश कुमार ने मौके पर न जाने की सफाई नौ दिन बाद बुधवार को पेश की. उन्होंने बताया कि पैर में चोट के चलते वह घटनास्थल पर नहीं जाए. मगर यहीं से हर पल की जानकारी ले रहे थे. निर्देश दे रहे थे. फिर उनकी गैरमौजूदगी और चुप्पी से जुड़े सवालों पर नैतिकता का हवाला देते हुए नीतीश कुमार बोले कि न मैं मौन रहने वाला हूं और न घर बैठने वाला हूं. उन्होंने कहा कि मनुष्य की कभी कभी शारीरिक लाचारी हो सकती है. वो मजाक का, चर्चा का विषय नहीं है. मैं इसको लेकर कोई सफाई नहीं देना चाहता. मुझे बुरा लगता है कि इस पर चर्चा करूं.

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विरोधियों को नसीहत देने के सुर में नीतीश कुमार बोले कि लोगों को इतनी नीची राजनीति करनी है, तो उन्हें मुबारक हो. मैं कभी नहीं करूंगा, आज जितने गोले दागे जा रहे हैं, उन्हें मुबारक, मैं इतने नीचे नहीं जा सकता. फिर उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर जिम्मेवारी है, मुझे इसका एहसास है.

भटकेंगे नहीं हम

विपक्ष के आरोपों पर टिप्पणी करते हुए नीतीश कुमार बोले कि कोई लाख चाह ले जब तक बिहार की जनता साथ में है और ऊपर वाले की कृपा है, लोगों की कोशिशें कामयाब कभी नहीं होंगी. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है जनता की सेवा का जो दायित्व लिया है,उसका पालन करेंगे.नीतीश के मुताबिक लोकतंत्र में जनता सरकारों के बारे में फैसला करती है, कोई दूसरा उनका भाग्य तय नहीं कर सकता.

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