सरकार के सात निश्चय कार्यक्रम के क्रियान्वयन का फीड बैक लेने निश्चय यात्रा पर निकले बिहार के मुख्यमंत्री पहले चरण के शुक्रवार को मुजफ्फरपुर में विभिन्न सरकारी योजनाओं का निरीक्षण कर जमीनी हकीकत को टटोलने की कोशिश की. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर के मुरौल के इटहा रसूलपुर गांव में खुले में शौच से मुक्ति कार्यक्रम का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने घर-घर बिजली योजना और कौशल विकास केन्द्र का भी मुआयना किया.
विभिन्न सरकारी योजनाओं का निरीक्षण और आम जनता से फीड बैक लेने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर के पुलिस लाइन में चेतना सभा को संबोधित किया. चेतना सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि चुनाव से पहले जो वादा उन्होंने बिहार की जनता से किया था उसे पूरा किया जा रहा है, उन्हीं वादों में से एक था शराबबंदी और बिहार को विकासशील राज्य में शामिल करने को लेकर बनाया गया कार्यक्रम सात निश्चय कार्यक्रम. नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में विकास को गति प्रदान करने के लिए 2015-20 तक के लिए खाका तैयार कर लिया गया है. नीतीश कुमार ने कहा कि वो काम में विश्वास करते हैं और यही कारण है कि बिहार में काम हो रहा है या नहीं इसी को देखने के लिए वो निश्चय यात्रा पर निकले हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 20 नवंबर को सरकार के एक साल का रिपोर्ट कार्ड पेश किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार के सात निश्चय में से एक है बिहार के हर घर में बिजली का कनेक्शन. नीतीश कुमार ने कहा कि इसके लिए सर्वे का काम पूरा हो गया है और 15 नवंबर से घर-घऱ बिजली कनेक्शन योजना को लागू कर दिया जाएगा.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहा कि 9 जुलाई को पटना में एक कार्यक्रम में जीविका दीदी के सामने सरकार बनने पर बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू करने का वादा किया. बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद शराबबंदी को लागू कर दिया गया. नीतीश कुमार ने चेतना सभा में बिहार में शराबबंदी से क्या-क्या फायदे हैं उसपर विस्तार से चर्चा की. नीतीश कुमार ने कहा कि शराबबंदी के बाद से संज्ञेय अपराध की संख्या काफी कमी आई है. नीतीश कुमार ने कहा कि हत्या की घटनाओं में 26 फीसदी, भीषण दंगा में 40 फीसदी, फिरौती के लिए अपहरण की घटनाओं में 26 फीसदी और सड़क दुर्घटना में 21 फीसदी की कमी शराबबंदी के बाद दर्ज की गई है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जहां अपराध में कमी हुई हैं वहीं शराबबंदी के बाद दूध और रसगुल्ले की डिमांड बढ़ गई है. नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में शराबबंदी से क्या फायदे हुए हैं, इसे देखना है तो बिहार के किसी गांव में जाकर देख लें. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में अब लोग शराब के बदले दूध पी रहे हैं. उन्होंने कहा कि पहले की अपेक्षा वर्तमान में दूध की डिमांड में 11 फीसदी का इजाफा हुआ है. उन्होंने कहा कि इसी तरह रसगुल्ले की बिक्री में 16.5 फीसदी और दूध से बना हुआ मट्ठा की बिक्री में 40 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वो स्वामी विवेकानंद के कथन में यकीन करते हैं. स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि किसी भी बड़े का काम का पहले लोग मजाक उड़ाते हैं, फिर विरोध करते हैं और अंत में साथ चल देते हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी के साथ कुछ ऐसा ही हो रहा है. बिहार में सब तरफ उत्साह का माहौल है और सब तरफ से ये आवाज उठने लगी है कि जब बिहार में शराबबंदी है तो पूरे देश में क्यों नहीं? नीतीश कुमार ने कहा कि गुजरात में शराबबंदी तो है लेकिन कानून में ढिलाई है, अब तो गुजरात में रहने वाले लोग भी वहां बिहार की तरह शराबबंदी की मांग करने लगे हैं.