बिहार दिवस पर लालू के परिवार के कार्यक्रम से दूर रहने की वजह का पता चल गया है. बिहार दिवस के कार्ड पर अपना नाम छपा न देख बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को गुस्सा आ गया. उन्होंने कार्यक्रम में हिस्सा न लेने का फैसला किया. जब वह नहीं गए तो उनके बड़े भाई और स्वास्थ्य मंत्री तेज़ प्रताप यादव भी कार्यक्रम में नहीं गए. इस पर लालू प्रसाद की बेटी और सांसद मीसा भारती ने कहा कि बहुत सारे बर्तन एक साथ होते है तो आवाज़ तो आती है.
22 मार्च को बिहार दिवस के उद्घाटन के अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल के लगभग सभी सदस्य उपस्थित थे, लेकिन लालू यादव के परिवार का कोई सदस्य कार्यक्रम में मौजूद था. इसको देखते ही बीजेपी तुरंत इस पर सवाल उठाते हुए कहने लगी कि गठबंधन सरकार में सबकुछ ठीक नहीं है. हालांकि महागठबंधन में शामिल जेडीयू कांग्रेस और आरजेडी इस बात का जोरदार खंडन करते रहे कि महागठंबधन में कोई दरार है. दोनों ने इसके लिए अलग-अलग कारण बताए.
आरजेडी के प्रवक्ता और विधायक शक्ति यादव का कहना है कि नीतीश कुमार को गठबंधन की सरकार चलाने का लंबा अनुभव है. इसमें ऐसी भूल नहीं होनी चाहिए थी. गौरतलब है कि बिहार दिवस के निमंत्रण कार्ड में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी का नाम ही छपा था. आरजेडी की तरफ से किसी का नाम नहीं था.
उपमुख्यमंत्री के तौर पर तेजस्वी का नाम तो होना ही चाहिए. हालांकि आरजेडी की तरफ से इसे ज्यादा तूल नहीं दिया गया. उपमुख्यमंत्री तेजस्वी ने इस पर प्रतिक्रिया देने से इंकार किया तो तेजप्रताप यादव ने कहा कि हमने अपने परिवार के साथ बिहार दिवस मनाया, जबकि इन दोनों की मां और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि बिहार दिवस में हम लोग जाएंगे, आज भी जा सकते हैं. आरजेडी की राज्यसभा एमपी मीसा भारती ने यहां तक कहा कि बहुत सारे बर्तन एक साथ होते है तो आवाज़ तो आती है.