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बिहार: पटना में झंडा थामकर लाठियां खाने वाला युवक बोला- तेजस्वी यादव की कलम कहीं खो गई

पटना में शिक्षक अभ्यर्थी प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज किया गया था. ये शिक्षक अभ्यर्थी सातवें चरण की नियुक्ति की मांग करते हुए डाक बंगला चौराहे पर जुटे थे. इस दौरान हंगामे के बाद पुलिस ने इनपर लाठियां बरसानी शुरू कर दी. यहां प्रदर्शनकारी मोहम्मद अनिसुर रहमान पर अधिकारी ने लाठियां बरसाईं, जिसका वीडियो सोशल मीडाया पर काफी वायरल हुआ था.

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प्रदर्शनकारी युवक मोहम्मद अनिसुर रहमान पर लाठी बरसाते एडीएम.
प्रदर्शनकारी युवक मोहम्मद अनिसुर रहमान पर लाठी बरसाते एडीएम.

हाथ मे तिरंगा लेकर पटना में प्रदर्शन के दौरान एडीएम से पिटाई खाने वाले मोहम्मद अनिसुर रहमान इलाज के लिए अपने गृह जिला दरभंगा के निजी अस्पताल पहुंचे. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बिहार सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को पर निशाना साधा.

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अनिसुर रहमान ने तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए उनके चुनावी वादों को याद कराया. उन्होंने कहा कि चुनाव के समय तेजस्वी ने कहा था कि सत्ता में आने पर कैबिनेट की पहली बैठक में अपनी कलम से बिहार के दस लाख युवाओं को रोजगार दूंगा, लेकिन जब रोजगार देने का समय आया है तो तेजस्वी यादव की कलम कहीं खो गई है. अगर उनकी कल खो गई है तो उन्हें अपने PA से मांग लेनी चाहिए. 

अनिसुर ने तेजस्वी यादव को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें अपनी पहचान खुद बनाना चाहिए. न कि अपने पिता के नाम से पहचान बनानी चाहिए. सीएम पर हमला करते हुए अनिसुर ने कहा कि नीतीश कुमार फिलहाल कोमा में चल रहे है. बिहार में भले ही सत्ता परिवर्तन हुआ है, लेकिन बिहार का मुखिया नहीं बदला है. ऐसे में उन्हें सभी परिस्थिति का पता पहले से है. 

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इसके अलावा उन्होंने बताया कि जबरदस्त पिटाई के बाद उनकी हालत ठीक नहीं है. लेकिन लोगों का प्यार और ऊपरवाले के रहम-करम पर उन्हें ताकत मिल रही है. उन्होंने खुद को जिंदा लाश बताते हुए कहा कि वे बेरोजगारों के लिए बिहार में संघर्ष करते रहेंगे.

क्या है मामला

प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि वे 2019 से बहाली का इंतजार कर रहे हैं. लेकिन बीते 3 साल से सरकार सिर्फ आश्वासन दे रही है. एक प्रदर्शनकारी ने बताया कि सरकार बनने से पहले तेजस्वी यादव कहते थे कि पहली कैबिनेट में बहाली की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. लेकिन अभी कुछ होता नहीं दिख रहा. इन अभ्यर्थियों का कहना है कि हम लोगों का भविष्य अंधकार में दिखाई दे रहा है. कुछ ने वहां कहा कि वे आज सोचकर आए हैं कि करो या मरो. अभ्यर्थियों ने कहा कि सातवें चरण के 1 से 8 तक के नोटिफिकेशन को लेकर सरकार सीरियस नहीं है.

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