scorecardresearch
 

बिहार: RJD से निकाले जाने के बाद जन क्रांति अधिकार मोर्चा बनाएंगे पप्पू यादव

लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल से बाहर किए जाने के बाद मधेपुरा से सांसद पप्पू यादव ने नई पार्टी बनाने का ऐलान किया है. पप्पू यादव ने रविवार शाम नई पार्टी के नाम की घोषणा की. उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी का नाम जन क्रांति अधिकार मोर्चा होगा.

Advertisement
X
सांसद पप्पू यादव (फाइल फोटो)
सांसद पप्पू यादव (फाइल फोटो)

लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल से बाहर किए जाने के बाद मधेपुरा से सांसद पप्पू यादव ने नई पार्टी बनाने का ऐलान किया है. पप्पू यादव ने रविवार शाम नई पार्टी के नाम की घोषणा की. उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी का नाम 'जन क्रांति अधिकार मोर्चा' होगा.

Advertisement

पप्पू यादव पर लंबे समय से पार्टी विरोधी बयानबाजी और पार्टी विरोधी गतिविधि‍यों में संलिप्त होने का आरोप लगाते हुए लालू यादव ने उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से सस्पेंड कर दिया था. हालांकि, पप्पू यादव ने कहा था कि लालू प्रसाद उन्हें अपनी विरासत के लिए खतरा मान रहे थे इसलिए उनके साथ यह बर्ताव किया गया है.

नीतीश और RJD खेल बिगाड़ सकते हैं पप्पू यादव
बिहार में जनता परिवार के विलय की खबरों के बीच पप्पू यादव की नई पार्टी राज्य में होने वाले चुनावों में सबका खेल बिगाड़ सकती है. दरअसल पप्पू यादव आरजेडी और जेडीयू के विलय के खिलाफ थे. राज्य में सितंबर और अक्टूबर में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं.


पप्पू यादव की पकड़ बिहार के सीमांचल इलाके में मजबूत है. उनकी पत्नी रंजीता रंजन भी सुपौल से सांसद हैं. अगर इन इलाकों में उनकी पार्टी चुनाव लड़ती है तो वह आरजेडी और जेडीयू दोनों का खेल बिगाड़ सकती है.

Advertisement

लालू पर पप्पू यादव का हमला
पार्टी निकाले जाने के बाद पप्पू यादव ने कहा था, 'लालू यादव को अपने विरासत का खतरा था इसलिए मुझे निकाला गया है.' पप्पू यादव ने आगे कहा, 'मैंने सामाजिक न्याय को मजबूत करने की बात की. अब अपने लोगों के बीच जाऊंगा, फिर कदम उठाऊंगा.'

गौरतलब है कि पप्पू यादव बीते कुछ महीनों से लगातार यह बयान दे रहे थे कि लालू प्रसाद के बाद वह आरजेडी का नेतृत्व करना चाहते हैं. यादव ने इस बाबत ये भी कहा था कि आरजेडी लोकतांत्रिक पार्टी है और इसमें परिवार के आधार पर किसी को नेतृत्व नहीं सौंपा जा सकता. यही नहीं, पिछले दिनों जीतन राम मांझी सरकार के समय विधानसभा में बहुमत की जुगत के दौरान भी हॉर्स ट्रेडिंग के लिए पप्पू यादव का नाम आया था. यादव खुले तौर पर मांझी का समर्थन भी कर चुके हैं. उन पर विधायकों की खरीद फरोख्त करने के भी आरोप लगे हैं.

Advertisement
Advertisement