बिहार में पंचायत चुनाव (Panchayat elections in Bihar) के बाद नवनिर्वाचित प्रतिनिधि की लगातार हत्या के मामले सामने आ रहे हैं. खासकर चुनाव में जीतने वाले मुखिया (Mukhiya) की हत्या का ग्राफ तेजी से ऊपर जा रहा है. ताजा मामला गोपालगंज का है जहां एक नवनिर्वाचित मुखिया की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी.
जिले के थावे थाना के धतिगना पंचायत के मुखिया सुखल मुशहर की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. बताया जा रहा है कि बदमाशों ने पहले सुखल मुसहर पर पहले चाकू से हमला किया फिर गोली मारकर फरार हो गए.
सुखल मुसहर के परिवार के सदस्यों का कहना है कि चुनाव के दौरान कई लोगों ने उन्हें कहा था, 'मुसहर अब मुखिअई करेगा, दिखा देंगे तुम्हारी औकात.' इसके बावजूद चुनाव परिणाम सुखल के पक्ष में रहे. परिवार के लोगों का कहना है कि इस हत्याकांड में अजय सिंह के गिरोह और उसके गुर्गे उज्जवल सिंह और कामेश्वर सिंह का हाथ है.
इन लोगों ने ही चुनाव के दौरान सुखल को बार-बार धमकी दी थी. सुखल की हत्या में एक और नाम जिसकी चर्चा बार-बार सामने आ रही है, वो हैं कामख्या सिंह जिनके बारे में कहा जा रहा है कि चुनाव के दौरान ये सभी लोग सुखल मुसहर से बदला लेने की बात कर रहे थे.
घटना के बाद सदर अस्पताल पहुंचे सदर डीएसपी संजीव कुमार ने बताया कि हत्याकांड में शामिल अपराधियों के बारे में जानकारी मिली है. उनकी गिरफ्तारी के लिए टीम बनाकर छापेमारी की जा रही है.