बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण कांड पर जारी राजनीति की आग शनिवार को दिल्ली पहुंच गई है. तेजस्वी यादव की अगुवाई में दिल्ली के जंतर मंतर पर हो रहे धरने और कैंडिल मार्च में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के शामिल होने की खबर के बाद जनता दल यू (जेडीयू) ने अपना राजनीतिक दांव फेका है.
जेडीयू के प्रवक्ता संजय सिंह ने ट्वीट कर राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी अपने आप को राष्ट्रीय नेतृत्व का विकल्प बताते हैं. वो जिसके साथ धरने पर बैठने जा रहे हैं, उसका बैक ग्राउंड पता है. दिल्ली में तेजस्वी यादव पर छेड़खानी का आरोप है और लड़कियों से छेड़खानी करने वाला व्यक्ति बालिका बचाओ की बात कर रहा है.
जेडीयू ने फिर आक्रामक तेवर अपनाते हुए आरजेडी को घेरने के लिए नया दांव खेला और अपने महिला प्रवक्ता विंग को मैदान पर उतार दिया. महिला प्रवक्ताओं ने खुली चिट्ठी के जरिए राबड़ी देवी और तेजस्वी पर जुबानी हमला बोला. चिठ्ठी में कहा गया कि राबड़ी जी आप महिला हैं, मां हैं, आपने अपेन बच्चों को शिक्षा तो नहीं दी कम से कम उन्हें शिष्टाचार तो सिखा देतीं कि महिलाओं और लड़कियों से कैसे बात की जाती है. महिला प्रक्ताओं ने कहा कि घटना के बाद से ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले में कार्रवाई की और सीबीआई जांच की अनुशंसा की. दोषियों को गिरफ्तार करवाया.
पप्पू यादव बोले- लड़कियों से छेड़खानी का आरोपी कर रहा है मार्च
वहीं जनधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने तेजस्वी पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस पर लड़कियों के साथ छेड़खानी का आरोप है वो बेटी बचाओं के लिए कैंडिल मार्च कर रहा है. पप्पू यादव ने समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा की इस्तीफे की मांग की और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर मामले की जांच में देरी का आरोप लगाया.
रामविलास पासवान बोले- नीतीश कुमार की नीयत पर सवाल गलत
तेजस्वी यादव के मार्च को पर रामविलास पासवान ने कहा कि राजनीति में तेजस्वी का कद मेरे से बहुत छोटा है. तेजस्वी को लेकर किसी भी सवाल का जवाब देने के लिए मैंने चिराग पासवान की ड्यूटी लगा रखी है. विपक्ष की ओर से बुलाए गए मार्च को लेकर रामविलास पासवान ने कहा कि अगर इस पूरे मामले में नीतीश कुमार की नीयत पर कोई संदेह हो तो ऐसे में विपक्ष के मार्च निकालने की बात समझ आती है लेकिन नीतीश कुमार पहले ही कह चुके हैं बिहार की घटना बेहद शर्मनाक है. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद इस पूरे मामले में सरकार उचित कार्यवाही कर रही है, ऐसे में नीतीश कुमार की नीयत पर सवाल खड़े नहीं करने चाहिए.
रामविलास पासवान ने कहा कि मार्च निकालना और प्रोटेस्ट करना विपक्ष का काम है, लेकिन जो विरोधी दल इस प्रोटेस्ट मार्च में एक साथ आकर खड़े होंगे वो राज्यों में होने वाले चुनाव में एक दूसरे को बुरा-भला कहते हैं. जैसे दिल्ली में अरविंद केजरीवाल चुनाव के दौरान कांग्रेस को बुरा-भला कहते रहे लेकिन अब राजनीति करने के लिए उन्हें राहुल गांधी के साथ मंच पर आने से भी परहेज नहीं है.
एनडीए के साथ गठबंधन बने रहने को लेकर रामविलास पासवान ने कहा पिछले 4 साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में जो काम केंद्र सरकार ने किया है वो पहले कभी नहीं हुआ. इसलिए वो 2019 क्या 2025 तक एनडीए के साथ ही मजबूती से खड़े हैं. उन्हें उम्मीद है कि जनता का समर्थन भी एनडीए को मिलेगा.