बिहार के मुजफ्फरपुर में बालिका गृह यौन शोषण कांड को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता और राज्य के उप- मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पुलिस पर सवाल उठाए हैं. तेजस्वी ने सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस स्टेशन से चंद मिनटों की दूरी पर स्थित बालिका गृह में बच्चियों के साथ इतने वर्षों तक दुष्कर्म होता रहा तो पुलिस को इसकी जानकारी क्यों नहीं मिली?
तेजस्वी ने नीतीश कुमार से पूछा कि वो बताएं कि इस मामले में दर्ज की गई एफआईआर में मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर का नाम क्यों नहीं था? और पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज करने में दो महीने का समय क्यों लगाया?
गायब हुई लड़की को लेकर फिर उठाए सवाल
तेजस्वी ने एक बार फिर सवाल खड़े करते हुए पूछा कि जिस लड़की को मुजफ्फरपुर शेल्टर होम से मधुबनी भेजा गया था वो बच्ची कहां है? उन्होंने कहा कि, मैं नीतीश कुमार को एक हफ्ते का समय देता हूं वो गायब हुई उस बच्ची के बारे में जानकारी दें कि वो कहां है, अगर वो ऐसा नहीं करते तो हम मधुबनी में बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे.
तेजस्वी ने नीतीश पर करारा हमला करते हुए कहा, 'मैं यह बात साबित कर के रहूंगा कि नीतीश सबसे ज्यादा डरपोक मुख्यमंत्री हैं और वो हमारी बेटियों को न्याय दिलवाने के लिए कुछ नहीं कर रहे बल्कि आरोपियों को बचाने में लगे हैं.' उन्होंने कहा कि नीतीश राज्य सरकार चलाने में असमर्थ हैं और नैतिक आधार पर उन्हें इस्तीफा देना चाहिए.
जंतर- मंतर पर किया था कैंडल मार्च
इस मामले के विरोध में तेजस्वी यादव दिल्ली के जंतर-मंतर पर कैंडल मार्च निकाला था. इस दौरान उनके साथ मीसा भारती, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, जेडीयू से अलग हुए शरद यादव और सीपीआई नेता डी राजा भी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए थे.
बता दें कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण कांड में 42 बच्चियों में से अब तक 34 बच्चियों के साथ बलात्कार की पुष्टि हुई है. बालिका गृह यौन शोषण मामले में आरोपी ब्रजेश ठाकुर की एक और संस्था स्वाधार में जांच के दौरान कई आपत्तिजनक चीजे मिली थीं. ब्रजेश के एनजीओ सेवा संकल्प एवं विकास समिति के तहत चलने वाली स्वाधार गृह से 11 महिलाओं के गायब होने के मामले के खिलाफ महिला थाना में मामला दर्ज हुआ था.