दो दिन पहले आरजेडी के विधायक और दलित नेता उपेंद्र पासवान के ऊपर जानलेवा हमले को लेकर आरजेडी प्रवक्ता मनोज झा ने रविवार को नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला और आरोप लगाया कि नीतीश ने सत्ता में सह भागीदार सामंतवादी ताकतों के सामने घुटने टेक दिए हैं. मनोज झा ने कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था तेजी से बिगड़ रही है, मगर सीएम नीतीश कुमार असहाय नजर आ रहे हैं और ऐसा लग रहा है कि उन्होंने BJP और RSS के सामने घुटने टेक दिए हैं.
मनोज झा ने कहा कि उनके पार्टी के दलित विधायक के ऊपर हमले का मामला हो या फिर बक्सर के नंदन गांव में नीतीश कुमार के काफिले पर हमला करने के बाद वहां के महादलित परिवारों पर पुलिसिया कार्रवाई, यह सभी घटनाएं बताती है कि नीतीश बिहार की राजनीति को 1000 साल पुराने सामंती व्यवस्था की ओर वापस ले जाना चाह रहे हैं.
इस बार के आम बजट में वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य से डेढ़ गुना कीमत देने की घोषणा को लेकर राजद प्रवक्ता मनोज झा ने केंद्र सरकार को चेतावनी दी कि आने वाले रबी की फसल के दौरान अगर बिहार के किसानों को लागत की डेढ़ गुना कीमत नहीं मिली तो वह पूरे राज्य में ऐसा आंदोलन खड़ा करेंगे, जिसकी कल्पना कभी किसी ने नहीं की होगी.
आम बजट में बिहार की अनदेखी को लेकर मनोज झा ने नीतीश सरकार से सवाल पूछा कि उन्हें बताना चाहिए कि पिछली बार के बजट में बिहार के लिए कितने पैसे आए थे, उसमें से कितने पैसे राज्य के विकास के लिए खर्च हुए और अगर पैसे खर्च नहीं हुए तो क्यों नहीं हुए इन सब का जवाब बिहार सरकार को देना चाहिए.
सोमवार से RSS प्रमुख मोहन भागवत के पांच दिवसीय बिहार दौरे पर बोलते हुए मनोज झा ने कहा कि मोहन भागवत के लगातार बिहार के दौरे से एक बात साफ हो गई है कि वह अपने लगातार दौरे के जरिए बिहार की जमीनी हकीकत को समझ रहे हैं ताकि इस बात का फैसला लिया जा सके कि आगामी लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू को 3 या 5 सीटें लड़ने के लिए देना है.