बिहार में बाढ़ की स्थिति विकराल रूप लेती नजर आ रही है. गंगा में आई बाढ़ से इंसान से लेकर जानवर तक परेशान है. बाढ़ की विभीषिका को देखते हुए गांव के गांव वीरान नजर आने लगे हैं. खेत-खलिहान और जंगलों में पानी भर जाने से जानवरों के लिए ठिकाना ढूंढना मुश्किल हो गया है. बाढ़ से जानवर किस तरह परेशान हैं इसका एक नजारा देखने को मिला दियारा में बसे पानापुर गांव के पास.
नाव को देख सांभर ने पानी में लगाया छलांग
बाढ़ के पानी से बचने के लिए एक सांभर गंगा में जमे गाद के कारण टिल्हा का रूप लिए एक उंची जगह पर जा खड़ा हुआ, उसे इसका इंतजार था कि कोई आए और उसकी जान बचाकर बीच गंगा से निकालकर ले जाए. ईश्वर ने शायद उसकी दुआ सुन ली. बाढ़ पीड़ित को खोज में निकली एनडीआरएफ क टीम की नजर सांभर पर पड़ी. एनडीआरएफ के जवानों ने उसे बचाने का फैसला लिया. लेकिन एनडीआरएफ के जवानों को अपनी ओर आते देख सांभर गंगा में छलांग लगा ही दिया और बहते हुए नाव से दूर जाने लगा. भूख से बेहाल सांभर तेजी से तैर नहीं पा रहा था, इसी वजह से एनडीआरएफ को जवान नाव लेकर उसके पास पहुंच गए.
NDRF के जवानों ने सांभर को किया काबू
काफी जद्दोजहद के बाद एनडीआरएफ को जवान सांभर को अपने काबू में किया. सांभर के गले में रस्सी लगाकर किसी तरह उसे नाव पर चढ़ाया जा सका. एनडीआरएफ के जवान सांभर को दानापुर के नासरी घाट ले आए और उसे दानापुर एसडीओ को सुपुर्द कर दिया. दानापुर एसडीओ अब सांभर को नव विभाग को सौंपने की तैयारी में है. सांभर को देखने आसपास के लोगों की भीड़ जमा हो गई.