बिहार के पूर्व मंत्री एजाजुल हक पर जानलेवा हमला होने के मामले में एक नया मोड़ आ गया है. जिस शख्स पर मंत्री पर चाकुओं से हमले का आरोप था, उसके पुलिस की गिरफ्त में आते ही सारा मामला बदलता नजर आया और खुद पूर्व मंत्री ही सवालों के घेरे में आ गए.
आरोप है कि राघवेन्द्र उर्फ राघव ने बीती रात एजाजुल हक पर चाकुओं से हमला किया था. शनिवार को जब पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया तो पूछताछ के दौरान उसने आरोप लगाया कि पूर्व मंत्री उसके साथ जबरन अप्राकृतिक यौनाचार की कोशिश कर रहे थे. जब वो जबरदस्ती पर उतारू हुए तो उसने चाकुओ से हमला कर दिया.
पटना के सीनियर एसपी विकास वैभव ने कहा कि राघव ने चार दिन पहले ही बतौर कंप्यूटर ऑपरेटर एजाजुल हक के यहां नौकरी ज्वाइन की थी. उसके आरोपों की जांच भी पुलिस करेगी, हालांकि अब तक उसकी कोई क्रिमिनल हिस्ट्री नहीं मिली है.
सुबह गिरफ्तार किया गया आरोपी
एसएसपी के मुताबिक, राघवेन्द्र ने पुलिस को बताया कि पूर्व मंत्री ने जब उसके साथ जबरदस्ती करने को कोशिश की तो उसने किचेन के चाकू से उस पर हमला कर दिया. पटना पुलिस ने उसे शनिवार सुबह आरा से पकड़ लिया और शास्त्रीनगर थाने ले आई. पूर्व मंत्री एजाजुल हक ने पुलिस को बताया था कि तीन लोग लूट-पाट करने के इरादे से उनके अपार्टमेट में घुसे थे औ उनसे 30 हजार रुपये, रिवॉल्वर और स्कॉर्पियो गाड़ी लेकर भागे थे.
मंत्री के बयान पर पहले से ही था शक
पुलिस को बीती रात से ही पूर्व मंत्री के बयान पर शक था क्योंकि उनका बयान लगातार बदल रहा था. उनका बयान अपार्टमेंट के गार्ड और पड़ोसियों के बयान से मेल नहीं खा रहा था. इसके साथ ही अपार्टमेंट में सुरक्षा के बीच घुसना और लूटपाट करना संभव नहीं था. गार्ड ने भी इस बात की पुष्टि की कोई अंदर नहीं घुसा था बल्कि राघवेंद्र ने फोन करके गेट खुलवाया और गाड़ी लेकर फरार हुआ था.