बोधगया में सिलसिलेवार बम विस्फोटों की गुत्थी एक माह बाद भी नहीं सुलझने के मद्देनजर एनआईए प्रमुख शरद कुमार ने गुरुवार को एजेंसी एवं बिहार पुलिस के अधिकारियों के साथ बैठक की और अधिकारियों को निर्देश दिए कि जांच में तेजी लाई जाए.
एनआईए प्रमुख की बैठक ऐसे दिन हो रही है जब इंडियन मुजाहिद्दीन का सह संस्थापक यासीन भटकल और उसके सहयोगी को बिहार पुलिस और एनआईए की टीम ने भारत-नेपाल की सीमा पर पूर्वी चम्पारण जिले के रक्सौल से गिरफ्तार किया.
सूत्रों ने कहा कि बंद कमरे में हुई बैठक के दौरान निर्णय किया गया कि बोधगया में सात जुलाई को हुए दस विस्फोटों के मामले में वामपंथी एवं दक्षिणपंथी दोनों अतिवादी समूहों पर नजर रखी जाए.
एनआईए प्रमुख के अलावा बैठक में शामिल अधिकारियों में एजेंसी के आईजी सतीश कुमार, डीआईजी ज्योति नारायण, मगध रेंज के डीआईजी नैयर हसनैन खां और गया के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गणेश कुमार सहित बिहार पुलिस के अधिकारी शामिल थे.
सूत्रों ने कहा कि बाद में एनआईए प्रमुख ने स्थिति का जायजा लेने के लिए महाबोधि मंदिर का दौरा किया. घटना की भयावहता को देखते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र से औपचारिक रूप से आग्रह किया था कि जांच का जिम्मा एनआईए को सौंपा जाए.