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3 महीने में बन जायेगा सी प्लेन का कानून, बिहार में भी उड़ेंगे सी प्लेन

आने वाले दिनों में सी प्लेन की उपयोगिता बहुत होगी क्योंकि यह पानी में उतरने के साथ-साथ खेत में भी उतर सकता है. नितिन गडकरी ने कहा कि सबसे पहले सी प्लेन को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चुनाव क्षेत्र वाराणसी में गंगा में उतारना चाहते थे.

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सी प्लेन
सी प्लेन

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बिहार में भी सी प्लेन चलेगी. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सी प्लेन का कानून तीन महीने में देश में लागू हो जाएगा. उसके बाद इसकी उड़ान कहीं भी कराई जा सकती है, बिहार सरकार चाहेगी तो बिहार में भी सी प्लेन उड़ सकेगी.

इस बात पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि क्यों नहीं चाहेंगे. आने वाले दिनों में सी प्लेन की उपयोगिता बहुत होगी क्योंकि यह पानी में उतरने के साथ-साथ खेत में भी उतर सकता है. नितिन गडकरी ने कहा कि सबसे पहले सी प्लेन को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चुनाव क्षेत्र वाराणसी में गंगा में उतारना चाहते थे.

उन्होंने कहा कि जिस दिन उसे उतरना था उसी दिन आचार संहिता लागू हो गया. बाद में उसे लेकर वो मुम्बई गए, जहां दो घंटे की उड़ान हुई. इस दौरान हमारे साथ एविएशन मंत्री भी थे. उसका टेस्ट हुआ. उसके बाद प्रधानमंत्री ने फोन कर उसे अहमदाबाद मंगाया. गडकरी ने कहा कि एविएशन मंत्री इस प्लेन को सी प्लेन कहते है हम फ्लाईंग बोट कहते हैं.

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गडकरी ने कहा कि उन्होंने इनलैंड वाटरवेज डिपार्टमेंट को भी कहा है कि एक सी प्लेन की व्यवस्था हो ताकि हम एक एक स्पॉट को नजदीक से देख सकें, गंगा का चक्कर लगा सकें और अगर बिहार सरकार ने चाहा तो तो बिहार में भी इसे शुरू कर देंगे. तब नीतीश कुमार ने कहा क्यों नहीं. सी प्लेन को सबसे पहले गुजरात चुनाव के दौरान देखा गया था जब प्रधानमंत्री उस पर सवार हुए थे.

आने वाले समय में सी प्लेन काफी उपयोगी हो सकते हैं. कही भी जल्दी पहुंचने के लिए इससे अच्छी व्यवस्था और नहीं हो सकती है, क्योंकि इसके लिए किसी प्रकार के हैली पैड या रनवे बनाने की जरूरत नहीं है. तीन महीने में जब इसका कानून बन जायेगा तो सी प्लेन को उपयोग में लाया जा सकेगा.

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