बीजेपी की ओर से चुनाव अभियान की कमान नरेंद्र मोदी को सौंपे जाने से जो बवंडर पैदा हुआ, उसका नतीजा बीजेपी-एनडीए का गंठजोड़ टूटने के रूप में सामने आया. 17 साल पुराना गठबंधन टूटने के बाद बिहार के उप मुख्यमंत्री रहे सुशील कुमार मोदी ने नरेंद्र मोदी का बचाव करते हुए जेडीयू पर आरोपों की बौछार कर दी.
सुशील मोदी ने 'पिछड़ा कार्ड' खेलते हुए कहा देश का अगला प्रधानमंत्री कोई पिछड़ा ही होगा. उन्होंने कहा कि पहली बार कोई पिछड़ा नेता पीएम की रेस में है. नरेंद्र मोदी की राह में रोड़े अटकाकर पिछड़े को पीएम बनने से रोकने की कोशिश की गई है. उन्होंने कहा कि यह बिहार की राजनीति का सबसे काला दिन है.
सुशील मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री उम्मीदवार की घोषणा के लिए जेडीयू ने पहले दिसंबर तक का वक्त दिया था, लेकिन बाद में वह इस वादे को पूरा नहीं कर सकी. सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश को इस्तीफा देकर फिर से विश्वासमत हासिल करना चाहिए. जनता ने सुशासन के नाम पर दोनों ही दलों को वोट दिया था.
सुशील मोदी ने 18 जून को बिहार बंद का एलान किया. बिहार में आए सियासी भूचाल का कंपन राजधानी दिल्ली तक साफ महसूस किया जा रहा है.