बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने आरोप लगाया है कि नीतीश कुमार सरकार कई पुरानी योजनाओं को मुख्यमंत्री शहरी व ग्रामीण गली-नली पक्कीकरण निश्चय योजना और ग्रामीण टोला संपर्क निश्चय योजना का नया नाम देकर जनता को झांसा दे रही है.
सुशील मोदी ने सीएम नीतीश ने मांगे जवाब
सुशील मोदी ने पूछा, 'नीतीश कुमार को बताना चाहिए की मुख्यमंत्री नगर विकास योजना को क्यों बंद कर दिया गया और मुख्यमंत्री ग्रामोदय और मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना का क्या हुआ?'
खर्च होगा ज्यादा, बजट से रकम मिली कम
नीतीश सरकार पर हमला करते हुए सुशील मोदी ने कहा बिहार सरकार 2012-13 से शुरू हुई मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना के तहत ढ़ाई सौ से ज्यादा आबादी वाले सभी बसावटों में 5 साल में 10% सड़कें भी नहीं बना पाई और अब टोला संपर्क निश्चय योजना के नाम पर 100 से अधिक आबादी वाले सभी बसावटों को 9938 करोड़ खर्च कर पक्की सड़क से जोड़ने का वादा कर रही है, जिसके लिए इस साल के बजट में मात्र 100 करोड़ का ही प्रावधान किया गया है जबकि भूअर्जन में ही 2263 करोड़ रुपए खर्च होंगे.
योजनाओं का नाम बदलकर दिया जा रहा है धोखा
मोदी ने आगे कहा की मुख्यमंत्री नगर विकास योजना को बंद कर अब सरकार उसे शहरी नली-गली पक्कीकरण निश्चय योजना का नया नाम देकर अपनी पीठ थपथपा रही है. मोदी ने कहा इसी प्रकार मुख्यमंत्री ग्रामोदय योजना के तहत पहले भी गांव में नली गली पक्कीकरण और अन्य कार्य कराए जा रहे थे, जिसका नाम बदलकर ग्रामीण गली-गली पक्कीकरण निश्चय योजना कर दिया गया है. मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पुरानी योजनाओं का नाम बदलकर निश्चय योजना के नाम पर राज्य की जनता को धोखा दे रहे हैं.