बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वैशाली जिला के राघोपुर में गंगा नदी पर बनने वाले 6 लेन वाले एक पुल के कार्यारंभ में लालू प्रसाद के शामिल होने को सही ठहराया है.
नीतीश कच्ची दरगाह से बिदुपर के बीच बनने वाले 6 लेन के पुल के कार्यारंभ के लिए एक समारोह को संबोधित कर रहे थे. राघोपुर दियारा स्थित मोहनपुर गांव के समीप आयोजित इस समारोह के दौरान नीतीश ने कहा कि लालू कहीं भी जाते हैं तो पता नहीं विरोधियों को क्या हो जाता है.
गौरतलब है कि बीजेपी द्वारा लालू प्रसाद के किसी अधिकारी को फोन करने पर सरकारी कार्य में दखल करने आरोप लगाया था. साथ ही लालू के सरकारी कार्यक्रम में आमंत्रित किए जाने पर भी सवाल खड़े किए थे.
'लालू सत्तारूढ़ गठबंधन के दले के अध्यक्ष हैं'
नीतीश ने समारोह में कहा, 'लालू प्रसाद सत्तारूढ़ गठबंधन के दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और पूर्व मुख्यमंत्री हैं, उनके कहीं जाने पर लोगों को क्यों आपत्ति है. हम भी तो विरोधी दल के नेताओं, सभी दलों के सांसदों और विधायकों को शिलान्यास, कार्यारंभ और उद्घाटन में बुलाते हैं. विकास कार्यों में बाधा नहीं होनी चाहिए.
पीएम मोदी के कार्यक्रमों पर साधा निशाना
उन्होंने आगे बीजेपी पर प्रहार करते हुए कहा कि हाल ही संपन्न बिहार विधानसभा चुनाव के पहले प्रधानमंत्री कौन-कौन सी योजनाओं का शिलान्यास करने आए थे, इसमें उनका रत्ती भर योगदान नहीं है.
नीतीश ने कहा, 'हम महागठबंधन धर्म का पालन करना जानते हैं. महागठबंधन धर्म के आचार संहिता के अनुसार काम करते हैं. घटक दलों ने विश्वास किया है. जनता द्वारा दिए गए दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं. हम घटक दल को एकसूत्र में बांधकर काम करते हैं. हम अधिकारियों को कहते हैं कि जनप्रतिनिधि जो जनहित में काम कहें, उसे करिए, उनका सम्मान कीजिए.'
'क्या हुआ स्मार्ट सिटी का वादा'
मुख्यमंत्री ने कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन के लोगों ने चुनाव के पूर्व जो वादे किए थे, उसे पूरी शक्ति और इमानदारी से लागू किया जाएगा. नीतीश ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव के पूर्व सौ स्मार्ट सिटी बनाने का वायदा किया गया था, लेकिन पूरे देश में सिर्फ 20 स्मार्ट सिटी बनाए जाएंगे. यूपी और बिहार में लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 104 सीटें दी. दोनों प्रदेश का एक भी शहर उस 20 स्मार्ट सिटी के शहरों में नहीं है.
उन्होंने कहा कि बिहार ने केंद्र सरकार के सारी शर्तों को पूरा करते हुए स्मार्ट सिटी का प्रस्ताव भेज दिया. उसके बाद भी अपने पूर्व के किए गए निर्णय से केंद्र सरकार पलट गई.
नीतीश ने कहा कि राघोपुर की जनता की मांगों को पूरा करने के लिए और दक्षिण बिहार से उत्तर बिहार को जोड़ने के लिए छह लेन का पुल बन रहा है.